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    CBSE 12th Exam 2021: कहीं खुशी-कहीं गम, पढ़ें आगरा में परीक्षा रद होने पर मिली जुली प्रतिक्रया

    By Tanu GuptaEdited By:
    Updated: Wed, 02 Jun 2021 01:23 PM (IST)

    CBSE 12th Exam 2021 सीबीएसई 12वीं की परीक्षा भी रद जिले के 11607 विद्यार्थी होंगे प्रभावित। कुछ ने कहा निर्णय सही जबकि कुछ को भविष्य प्रभावित होने की आशंका। 10वीं के 135 स्कूलों के करीब 14 हजार विद्यार्थी पंजीकृत थे।

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    हाइस्कूल और इंटर दोनों की परीक्षााएं इस वर्ष टाल दी गइं।

    आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के खतरे को देख हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार को बड़ा फैसला लिया। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं की परीक्षा भी रद कर दी गई। यह निर्णय विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया। इससे विद्यार्थियों में मिली-जुली प्रतिक्रिया है। कुछ निर्णय को सही बता रहे हैं, जबकि कुछ परीक्षा बाद में कराए जाने की मांग कर रहे हैं।

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    सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर डा. रामानंद चौहान ने बताया कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है, जिसमें बच्चों के प्रभावित होने की आशंका के कारण अभिभावक व विद्यार्थी लगातार परीक्षा रद करने की मांग कर रहे थे। वर्तमान स्थिति देखते हुए सीबीएसई ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद करने का निर्णय लिया है। परीक्षा परिणाम किस आधार पर निकाला जाएगा, इसके दिशा-निर्देश अलग से जारी होंगे।

    यह है जिले की स्थिति

    शैक्षिक वर्ष 2021 के लिए सीबीएसई 12वीं में 100 स्कूलों के 11607 विद्यार्थियों ने अपना पंजीकरण कराया था। जबकि 10वीं के 135 स्कूलों के करीब 14 हजार विद्यार्थी पंजीकृत थे। उक्त दोनों कक्षाओं की परीक्षा अब टाल दी गई है।

    सही समय पर सही निर्णय

    जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य पुनीत वशिष्ठ का कहना है कि वर्तमान परिस्थिति में सही निर्णय लिया है। परीक्षा होती, तो संक्रमण की आशंका बनी रहती। अब सही नीति निर्धारित कर 10वीं और 12वीं का परिणाम जल्द जारी किया जाए।

    आरसीए मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक विकास भारद्वाज का कहना है कि फैसले का स्वागत है। विद्यार्थियों के हित व सुरक्षा का ध्यान सबसे पहले है। अब प्री-बोर्ड, होम एग्जाम व अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर परिणाम जारी किया जाए।

    कर्नल्स ब्राइटलैंड पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य रुबीना खानम का कहना है कि वर्तमान परिस्थिति में निर्णय सही है, लेकिन परीक्षा स्थगित करने का भी विकल्प था। परीक्षा रद होने से विद्यार्थियों का मनोबल प्रभावित हो सकता है। उन्हें कालेज में प्रवेश लेने में भी दिक्कत आ सकती है, क्योंकि वहां मेरिट के आधार पर प्रवेश होंगे। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए।

    कोरोना केस कम हुए, लेकिन खत्म नहीं हुए हैं। ऐसे में परीक्षा होती, तो डर बना रहता। सही समय पर सही फैसला लिया है।

    संभावना, छात्रा।

    परीक्षा रद करना ठीक नहीं, इससे मेधावी विद्यार्थियों का प्रदर्शन प्रभावित होगा। परीक्षा जुलाई या अगस्त में कराई जा सकती थी।

    गर्व मेहरोत्रा, छात्र।

    विद्यार्थियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को देख निर्णय सही है, हालांकि मेधावी विद्यार्थी निराश हैं। परीक्षा स्थगित करने भी विकल्प था।

    मेहर गांधी, छात्र।

    परीक्षा रद होने से निराश हूं। सफलता के अवसर कम होने व भविष्य में दुष्परिणाम दिखने की आशंका है। स्थगित करना विकल्प था।

    वंशिका गोयल, छात्रा। 

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