Meet at Agra: 18 हजार करोड़ के कारोबार की बुनियाद तैयार, फुटवियर उद्योग को मिली नई दिशा
आगरा में 'मीट एट आगरा' प्रदर्शनी में 19,420 दर्शक आए और 18,500 करोड़ रुपये के कारोबार की नींव रखी गई। प्रदर्शनी में जूता कंपोनेंट और मशीनरी के 250 से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया। गुणवत्ता, नवाचार और निर्यात बढ़ाने पर जोर दिया गया। एफमेक ने औद्योगिक प्रगति और आर्थिक विकास के लिए इसे महत्वपूर्ण बताया। अगला संस्करण 2026 में होगा।

जागरण संवाददाता, आगरा। अमेरिका द्वारा 50 प्रतिशत टैरिफ की मार के बाद जूता कंपाेनेंट, मशीनरी का बाजार सजा था। भारत सहित विभिन्न देशों के प्रदर्शकों की उम्मीदें जगी थीं तो खरीदारों की भी भीड़ लगी थी। तीन दिन में 19420 विजिटर्स पहुंचे, जिसमें से 8390 कारोबार से जुड़े हुए थे। नई तकनीकि अपनाने और लेदर के साथ ही स्पोर्ट्स शू इंडस्ट्री को मजबूती से बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। गुणवत्ता, नवाचार के साथ ही निर्यात बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस दौरान 18500 करोड़ रुपये के कारोबार की बुनियाद तैयार हुई।
सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में तीन दिवसीय फेयर मीट एट आगरा में 19,420 विजिटर्स पहुंचे
आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैंबर (एफमेक) द्वारा सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर में तीन दिवसीय जूता प्रदर्शनी मीट एट आगरा का समापन तीसरे दिन रविवार को हुआ। आगरा ट्रेड सेंटर में भारत सहित विभिन्न देशों के 250 से अधिक प्रदर्शक जूता कंपोनेंट, मशीनरी का प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनको नए खरीदार और जमकर कारोबार मिला। एफमेक के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने कहा तीन दिनों में एतिहासिक विजटर्स रहे तो कारोबार के लिए भी मजबूत ढांचा तैयार हुआ है। इससे औद्योगिक प्रगति के साथ ही आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा हमें व्यापार बढ़ाने के साथ ही तकनीक को भी बढ़ाना होगा।
भारत सहित विभिन्न देशों के प्रदर्शकों ने 250 से अधिक स्टाल पर कंपोनेंट, मशीनरी का किया प्रदर्शन
फुटवियर एवं चमड़ा विकास परिषद के चेयरमैन पूरन डावर ने कहा कि फुटवियर सिर्फ़ एक उत्पाद नहीं यह विश्व की अर्थव्यवस्था का इंजन है। भारत आज विश्व का तीसरा सबसे बड़ा फुटवियर उत्पादक देश है। यह आयोजन दर्शाता है कि भारतीय उद्योग अब केवल अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर रहा, बल्कि खुद को विश्व नेतृत्व की पंक्ति में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है।
एफमेक के उपाध्यक्ष राजीव वासन ने कहा आयोजन फुटवियर कंपोनेंट्स इंडस्ट्री के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। इसने प्रतिभागियों को नई तकनीकों से परिचित कराया और उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया है। यह आयोजन केवल व्यापार नहीं, बल्कि ज्ञान और नवाचार का संगम बन चुका है।
मीट एट आगरा के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शकों को सम्मानित किया गया। उनकी गुणवत्ता, नवाचार और आकर्षक प्रस्तुति के लिए विभिन्न श्रेणियों में अवार्ड प्रदान किए गए। एफमेक महासचिव प्रदीप वासन ने सभी का धन्यवाद दिया। इस दौरान जूता उद्यमी एएस राणा, चंद्र मोहन सचदेवा, उपेंद्र सिंह लवली, कुलदीप सिंह कोहली, विजय सामा, सुनील जोशन, माला खेड़ा मौजूद थे।
इनको मिला सम्मान
- इनोवेटिव प्रोडक्ट: वीगन विस्टा (आनंद अग्रवाल)
- बेस्ट स्टाल : केएलजे - कमल जैन
- मैक्सिमम फुटफाल : जेटी सोल्स (जतिन खुराना, नितिन खुराना)
- स्पेशल मेंशन: श्री ओम इंडस्ट्रीज (रोहित सबलोक, मेघना सबलोक)
- बेस्ट लुकिंग स्टैंड: विकास आर्गेनिक - अश्वनी सिक्का
- माडर्न टेक्निक एंड रोबोटिक्स: शशि एंटरप्राइजेज (नवीन भैया)
तीन से पांच अक्टूबर 2026 को होगा 18वां संस्काण
मीट एट आगरा का 18वा संस्कारण तीन से पांच अक्टूबर तक 2026 में होगा। अंतरराष्ट्रीय फुटवियर कैलेंडर को ध्यान में रखते हुए ये तिथियां तय की गई हैं, जिससे विदेशी प्रतिभागियों की संख्या बेहतर रहे। अभी तक ये शुक्रवार से रविवार होती थी, लेकिन स्थानीय फैक्ट्री रविवार को बंद रहती हैं, इस कारण शनिवार से सोमवार तिथि रखी जाएंगी।
2030 तक 550 अरब डालर पार करेगा वैश्विक जूता कारोबार
एफमेक महासचिव प्रदीप वासन ने कहा कि वैश्विक रिपोर्ट्स के अनुसार, 2025 में विश्व फुटवियर उद्योग का आकार लगभग 390 अरब अमेरिकी डालर तक पहुंच चुका है। 2030 तक इसके 550 अरब डालर पार करने का अनुमान है। भारत वर्तमान में विश्व का तीसरा सबसे बड़ा फुटवियर उत्पादक देश है और 10 प्रतिशत से अधिक वार्षिक वृद्धि दर के साथ तेजी से एक्सपोर्ट हब के रूप में उभर रहा है। मीट एट आगरा जैसे आयोजन इस रफ्तार को और बढाने में सहयोग कर रहे हैं। ये प्रयास मेक इन इंडिया और ‘वोकल फ़ार लोकल’ अभियानों को वास्तविक औद्योगिक सफलता में परिवर्तित कर रहे हैं।
स्थानीय फुटवियर फेयर की घोषणा की
एफएएफएम अध्यक्ष कुलदीप कोहली ने “मीट एट आगरा के मंच से लंबे समय से प्रतीक्षित स्थानीय फेयर की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 17 से 19 अप्रैल 2026 तक फेयर होगा। ये फेयर बिजनेस टूट बिजनेस होगा।
ये हैं आंकडे
• कुल विजिटर्स: 19,420
• पंजीकृत बिजनेस विजिटर्स: 8,390
• भविष्य के उद्यमी (विद्यार्थी): 1,751
• संभावित कारोबार: 18,500 करोड़

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