बच्चों को स्ट्रॉलर में बैठाकर 250 KM की पदयात्रा पर निकले श्रद्धालु, हाथों में झंडा और भजन करते कैला देवी जा रहे भक्त
राजस्थान के करौली ग्राम में स्थित माता कैला देवी के भव्य दरबार में हाजिरी लगाने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। पैदल यात्रा में पुरुषों महिलाओं और बच्चों सहित हजारों श्रद्धालु शामिल हैं। भक्त माता रानी के जयकारे लगाते हुए करौली की ओर बढ़ रहे हैं। रास्ते में जगह-जगह भंडारे के पंडाल सजे हुए हैं जहां भक्तों के लिए विश्राम और जलपान की व्यवस्था की गई है।

जागरण संवाददाता, आगरा। सुबह के 08:30 बजे रहे थे। बढ़ते समय के साथ सूरज की किरणें अपना प्रकोप बरपाने को बढ़ती जा रही थीं। सड़क पर नंगे पांव, जुबां पर जय माता दी के बाेल भक्तों का रैला आगे बढ़े जा रहा था। जगह-जगह भक्तों के जलपान को लगे स्टालों में ‘बिगड़ी मेरी बना दे, ओ मेरी मइया’ भजन चल रहे थे। माथे पर लाल चुनारी बांधे, हाथ में माता का झंडा लिए छोटे-छोटे बच्चे अपने माता-पिता का हाथ थामे कदम से कदम मिलाकर चल रहे थे। यह नजारा रहा नुनिहाई रोड का। सड़क पर राजस्थान के करौली ग्राम कैला देवी भवन को जाने वाले भक्तों की भीड़ लंबी थी।
नवरात्र प्रारंभ होने में अभी कुछ दिन शेष हैं। देवी मंदिरों में सजावट का काम शुरू हो गया है। इसी क्रम में मां कैला देवी के दर्शन को जाने वाले श्रद्धालु भी करौली जाने के लिए पैदल निकल पड़े हैं। पैदल यात्रा में पुरुष ही नहीं महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। माता रानी के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालुओं की भीड़ करौली की ओर कूंच कर रही है। कोई रिक्शे के माध्यम से तो कोई ध्वनि विस्तारक यंत्र के सहारे पैदल माता रानी के भवन की ओर बढ़ रहा है।
कैला देवी के लिए बच्चों को लेकर जाते श्रद्धालु।
राजस्थान के करौली ग्राम में है माता का भव्य दरबार
होली के बसोड़ा पूजन के बाद कैला देवी की यात्रा शुरू हो जाती है। आस्था की डगर पर बढ़ रहे हजारों देवी के भक्त अपनी मां के दरबार में हाजिरी लगाने को राह पर निकले हैं। कई भक्त ऐसे हैं, जो सालों से पदयात्रा करके माता के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं। कुछ भक्त परिवार और आसपास के लोगों के साथ पदयात्र के लिए निकलते हैं, तो कोई अकेला ही मां के दर्शन के लिए निकला हैं। दर्शन को जा रहे भक्तों का रैला आकर्षक है। झंडों से सजे मार्ग में माता के भजन बज रहे थे। पै
नंगे पांव निकले भक्तों के जलपान विश्राम के लिए लगे पंडाल
दल जाने वाले अपने साथ पीठ पर थैला और उस पर लाल झंड़ा लेकर निकले हैं, तो रिक्शा लेकर जाने वाली टोलियां माता के दरबार में पहुंचने के लिए संगीत का पूरा साजो सामान लेकर निकली हैं। युवतियां भी झंडों के साथ जा रही हैं। तमाम महिलाएं हाथों में हरी और लाल चूड़ियां पहने मां के दरबार की ओर चली जा हैं।
सज गए भंडारे के पंडाल
श्रद्धालुओं के लिए लोगों ने भी खास इंतजाम किए हैं। नुनिहाई रोड के अलावा यमुना किनारा रोड से लेकर फतेहपुर सीकरी रोड पर जगह- जगह भंडारे किए जा रहे हैं। जहां माता की झांकी सजाकर पदयात्रियों के विश्रम, जलपान आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं।
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हर बार माता के दरबार जाने को उत्साहित रहता हूं। सभी की मंगल कामना के लिए मां दर्शन को निकले हैं। - संजय, फिरोजाबाद
माता की कृपा हर भक्त पर बनी रहे। मां से मांगी मुराद पुरी हो, इसी कारण मां के दर्शन को परिवार संग जा रहा हूं। - सौरभ, फिरोजाबाद
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