आगरा में डेंटिस्ट ने की सुसाइड, गर्लफ्रेंड के घरवालों की धमकी पर खुद को लगाया 'मौत का इंजेक्शन'
आगरा में कमला नगर के एक दंत चिकित्सक पीयूष सिंह ने महिला मित्र के परिवार की धमकी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। स्नैपचैट पर हुई दोस्ती के बाद युवती के परिवार ने शादी तय कर दी और पीयूष को धमकाया। 1090 पर झूठी शिकायत के बाद अवसाद में आकर पीयूष ने सुसाइड नोट में परिवार को जिम्मेदार ठहराते हुए इंजेक्शन से जान दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, आगरा। कमला नगर के एफ ब्लाक में महिला मित्र के स्वजन की धमकी से दहशत में आए दंत चिकित्सक पीयूष सिंह ने शनिवार की रात मौत का इंजेक्शन लगाकर अपनी जान दे दी।
गोरखपुर की युवती से पीयूष की तीन वर्ष पहले स्नैप चैट पर मित्रता हुई थी। दोनों लखनऊ में मिलने लगे। युवती के स्वजन को जानकारी होने पर उन्हाेने उसकी शादी तय कर दी।
स्वजन ने पीयूष उनके परिवार पर युवती को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए 1090 पर शिकायत कर दी। ब्रेकअप और शिकायत के बाद से वह अवसाद में थे। दंत चिकित्सक ने सुसाइड नोट में युवती के स्वजन को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
कमला नगर ब्लाक एफ-852 के रहने महिपाल सिंह हाइडिल के सेवानिवृत्त अवर अभियंता है। उनके बड़े बेटे 32 वर्ष के पीयूष सिंह ने कानपुर के महाराणा प्रताप मेडिकल कालेज से बीडीएस किया था। कानपुर के कल्याणपुर में इंटर्नशिप कर रहे थे। छोटे भाई आयुष सिंह ने बताया कि वह इंटर्नशिप करके छह महीने पहले घर आ गए थे।
पीयूष की तीन वर्ष पहले स्नैप चैट पर गाेरखपुर की रहने वाली वैश्य समाज की एक युवती से मित्रता हुई।दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। महिला मित्र भाई से मिलने के लिए अक्सर लखनऊ बुलाती थी। महिला मित्र के स्वजन को जानकारी होने पर उन्होंने पीयूष को धमकाना शुरू कर दिया।
उसकी शादी कहीं और तय कर दी। इसी 25 नवंबर को उसकी शादी है। महिला मित्र के स्वजन पीयूष को मुकदमे में फंसा जेल भिजवाने की लगातार धमकी दे रहे थे। उन्होंने महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर कई बार पीयूष और स्वजन की झूठी शिकायत कर दी। वहां से फोन आने पर भाई पीयूष डर गए।
पीयूष ने स्वजन के साथ चार दिन पहले थाने जाकर महिला मित्र के स्वजन द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने की आशंका जताते हुए शिकायत की थी। उन्हें लगता था कि उनके कारण वृद्ध पिता भी परेशान हो रहे हैं।
भाई आयुष सिंह ने बताया कि शनिवार रात 12 बजे वह प्रथम तल पर बने भाई के कमरे में पहुंचे। पीयूष को उन्होंने फर्श पर पड़ा देखा, पास में सीरिंज और इंजेक्शन की खाली शीशी पड़ी थी। वह पड़ोसियों की मदद से पीयूष को कमला नगर में हृदयम अस्पताल लेकर गए। वहां से एसएन इमरजेंसी रेफर कर दिया गया।
एसएन में डाक्टरों द्वारा पीयूष को बिजली के झटके दिए, तब तक देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने पीयूष को मृत घोषित कर दिया। वह शव काे घर लेकर आ गए, इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
स्वजन ने पुलिस को बताया कि दंत चिकित्सक ने अपने सुसाइड नोट में महिला मित्र के स्वजन को जिम्मेदार ठहराया है। डीसीपी सिटी सय्यद अली अब्बास ने बताया कि दंत चिकित्सक के स्वजन द्वारा तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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