Flood Alert Chambal: कोटा बैराज से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा, आज चंबल नदी में जलस्तर बढ़ने की चेतावनी
राजस्थान और मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते कोटा बैराज के 12 गेट खोले गए जिससे चंबल नदी में दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। आगरा में 36 घंटे में जलस्तर 123 मीटर तक पहुंचने की आशंका है। चेतावनी बिंदु 127 मीटर और खतरे का निशान 130 मीटर है। प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया है।

जेएनएन, आगरा। राजस्थान और मध्य प्रदेश में हो रही जबरदस्त बरसात का असर दिख रहा है। सोमवार को कोटा बैराज के एक साथ 12 गेट खोल दिए गए। इससे दो लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा गया। 36 घंटे में यह पानी आगरा पहुंचेगा। मंगलवार देर रात जलस्तर 123 मीटर तक पहुंच सकता है।
नदी का चेतावनी बिंदु 127 मीटर और खतरे का निशान 130 मीटर है। बाह तहसील प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले गांव के लोगों को सतर्क कर दिया है। आधा दर्जन से अधिक बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है।
चंबल नदी का जलस्तर रविवार शाम छह बजे 114 मीटर था। 24 घंटे में सोमवार को एक मीटर जलस्तर बढ़ा। यह 115 मीटर पर पहुंच गया। लगातार हो रही बरसात के चलते बैराज में लगातार पानी आ रहा है। इससे जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
कोटा बैराज के एक साथ 12 गेट खोले गए, 24 घंटे में एक मीटर जलस्तर बढ़ा
सोमवार सुबह से ही बैराज के 12 गेट खोल दिए गए।सोमवार सुबह 10 बजे बैराज के नौ गेट खोले गए। इससे डेढ़ लाख क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया। दोपहर एक बजे 10 गेट खोले दिए गए। 1.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दोपहर तीन बजे बैराज के 12 गेट खोल दिए गए और दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। कोटा बैराज प्रशासन की ओर से चंबल नदी से जुड़े धौलपुर, आगरा सहित अन्य जिलों को सतर्क कर दिया है।
127 मीटर पर चेतावनी बिंदु और 130 मीटर पर है खतरे का निशान
धौलपुर जिले के प्रमुख पार्वती बांध में भी बारिश की वजह से काफी पानी आ गया है। जिससे बांध 85 प्रतिशत तक भर गया है। अगर ऐसे ही जलस्तर बढ़ता रहा तो बांध के गेट को खोलना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात चंबल नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होगी। जलस्तर 123 मीटर तक पहुंच सकता है। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी का कहना है कि तहसील प्रशासन को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
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