CoronaVirus से लड़ाई के कारगर हथियार की क्या है रेसिपी? PM Modi भी हैं हिमायती
आयुष मंत्रालय की सलाह आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं और इस काढ़े का सेवन करें।
आगरा, तनु गुप्ता। पोलियो की दवा के लिए एक स्लोगन है, दो बूंद जिंदगी की। यदि वर्तमान के दौर को देखा जाए तो कोरोना काल में एक कप जिंदगी का स्लोगन कहना गलत न होगा। जी हां, कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जिस पेय की बात कर रहे हैं उस पेय के कप को एक कप जिंदगी का कहना अतिश्योक्ति न होगी। आयुष मंत्रालय द्वारा जोशांदा काढ़े को पीने की सलाह दी जा रही है। इतना ही नहीं इस काढ़े में प्रयोग होने वाली सामग्री के उत्पादन की भी तैयारी चल रही है। आखिर इस जोशांद काढ़े में ऐसा क्या है जो कोरोना की जंग में जीत दिलवा सकता है।
आयुर्वेदाचार्य डॉ कविता गोयल के अनुसार भारतीय चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे प्राचीन पद्धति है। आयुर्वेद ने पूरी दुनिया को चिकित्सा का ज्ञान दिया है और भारतीय जड़ी बूटियों के महत्व को साकार किया है। संक्रमण के इस काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयुर्वेद के इस महत्व को बार- बार लोगों को समझाने का प्रयास भी कर रहे हैं। इसी का असर है कि जो परिवार एनर्जी के लिए सॉफ्ट ड्रिंक के सेवन को ही तवज्जो देते थे आज वो ही परिवार, यहां तक कि युवा पीढ़ी भी आयुर्वेदिक काढ़े को पीना अधिक बेहतर समझ रही है।
क्या है जोशांदा काढ़ा
डॉ गोयल बताती हैं कि जोशांदा काढ़ा, पूरी तरह से देशी काढ़ा है। कोरोना वायरस के संक्रमण काल के अलावा भी इसके सेवन से फायदा होता है। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और सर्दी, खांसी जुकाम से बचाने में कारगर होता है। बुखार के कारण होने वाली शरीर की जकड़न इससे ठीक होती है। वहीं कोरोना से बचाव में सबसे ज्यादा ये काढ़ा अहम भूमिका निभा रहा है।
जोशांदा काढ़ा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:
साफ पानी
काली तुलसी की पत्ती
लौंग
काली मिर्च
छोटी इलायची
अदरक
गुड़
चायपत्ती
विधि
पानी गर्म होने के लिए रख दें। जब पानी उबलने लगे तब उसमें पीसी हुई लौंग, काली मिर्च, इलायची, अदरक, और स्वादानुसार गुड़ ड़ाल दें। थोड़ी देर बाद तुलसी की पत्तियां इसमें डाल दें। उसके बाद चायपत्ती। जब पानी आधा रह जाए तो गैस बंद कर दीजिए। पानी को छान लें। इसे गर्म पीना ही फायदेमंद रहता है।
आयुष मंत्रालय के सुझाव
- COVID-19 वायरस के प्रभाव से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप नियमित तौर पर गुनगुना पीना पिएं।
- शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखने के लिए आपको नियमित तौर पर उचित मात्रा में आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के आप पानी में तुलसी रस की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं।
- गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।
- इम्यून सिस्टम की बेहतरी के लिए आयुष क्वाथ या आयुष जोशांदा काढ़ा का सेवन करना उत्तम रहेगा।
- घर और आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए आप नियमित तौर पर नीम की पत्तियों, गुग्गल, राल, देवदारु और दो कपूर को साथ में जलाएं। उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें।
- इसके अलावा आप चाहें तो गुग्गल, वचा, इलायची, तुलसी, लौंग, गाय का घी और खांड को किसी मिट्टी के पात्र में रखकर जलाएं और उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए आप नियमित तौर पर तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च, 3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं।
- चाय पीने के शौकीन हैं, तो आपको नियमित रूप से 10 या 15 तुलसी के पत्ते, 5 से 7 काली मिर्च, थोड़ी दालचीनी और उचित मात्रा में अदरक डालकर बनाई गई चाय पीनी चाहिए। यह आपको रोगों से बचने में मदद करेगी।
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