Janakpuri 2025: राम बरात की तारीख तय... तीन मंजिला होगी लंका, दशानन का पुतला होगा खास; कमलानगर में सजेगी जनकपुरी
श्रीरामलीला कमेटी ने 2025 में कमला नगर में जनकपुरी सजाने की घोषणा की है। 17 सितंबर को श्रीराम बारात निकलेगी और 18 से 20 सितंबर तक विवाह के कार्यक्रम होंगे। इस बार मुरादाबाद की मंडली रामलीला का मंचन करेगी। बारात में रोड शो नहीं होंगे 12 ज्योतिर्लिंग की झांकी आकर्षण का केंद्र होगी। लंका इस बार तीन मंजिला बनाई जाएगी।

जागरण संवाददाता, आगरा। उत्तर भारत की सांस्कृतिक विरासत और 160 वर्ष प्राचीन परंपरा का प्रतीक श्रीरामलीला महोत्सव 2025 की जनकपुरी कमला नगर में सजाई जाएगी। श्रीरामलीला कमेटी ने शनिवार को आगरा किला स्थित श्रीराम-हनुमान मंदिर में बैठक के बाद जनकपुरी सजाए जाने के लिए स्थान की औपचारिक घोषणा कर दी।
प्रभु श्रीराम 17 सितंबर को बरात लेकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे और 18 से 20 सितंबर तक जनकपुरी में माता सीता के साथ उनके विवाह के विभिन्न कार्यक्रम होंगे। साथ ही आयोजन कमेटी श्रीरामलीला महोत्सव को भव्यता देने क विशेष तैयारी कर रही है।
रामलीला कमेटी अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल और महामंत्री राजीव अग्रवाल ने जनकपुरी के लिए प्राप्त करीब आठ आवेदनों का परीक्षण किया। साथ ही एक विशेष कमेटी का गठन कर सभी क्षेत्रों का निरीक्षण कराकर रिपोर्ट ली। उन रिपोर्ट के आधार पर और समिति पदाधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद वर्ष 2025 में जनकपुरी कमला नगर में सजाने की घोषणा कर दी। घोषणा के बाद रामलील कमेटी ने कमला नगर निवासियों को मिथिला नगरी के लिए विधिवत निमंत्रण पत्र दिया।
श्रीरामलीला कमेटी ने की जनकपुरी सजाए जाने की घोषणा
अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि कमला नगर में पहली बार वर्ष 1990 में, इसके बाद 1999, 2004, 2008 और अंतिम बार वर्ष 2013 में जनकपुरी कमला नगर में सजाई गई। इस बात को 12 वर्ष बीत चुके हैं। इसलिए समिति पदाधिकारियों की राय और समिति की रिपोर्ट के आधार पर इस वर्ष कमला नगर को जनकपुरी देने का निर्णय लिया गया है। घोषणा के दौरान राज्य सभा सदस्य नवीन जैन, उप्र लघु उद्योग नि. लि. अध्यक्ष राकेश गर्ग, मुरारी प्रसाद अग्रवाल मौजूद रहे।
चार दिवसीय होगा आयोजन
कमेटी महासचिव राजीव अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष जनकपुरी महोत्सव चार दिवसीय होगा। इसकी शुरुआत 17 सितंबर को श्रीराम बरात के साथ होगी। इस दिन सीता जी का डोला क्षेत्र का भ्रमण करेगा। 18 सितंबर की सुबह श्रीराम की बरात मिथिला नगरी पहुंचेगी और उसके बाद 18, 19 और 20 सितंबर को प्रभु माता सीता जी के साथ जनक महल मंच से श्रद्धालुओं को दर्शन व आशीर्वाद देंगे।
वृंदावन नहीं, मुरादाबाद की विश्व प्रसिद्ध मंडली करेगी लीला
श्रीरामलीला महोत्सव में इस वर्ष रामलीला का मंचन मुरादाबाद की विश्व प्रसिद्ध डा. पंकज अग्रवाल की मंडली करेगी। महामंत्री राजीव अग्रवाल ने बताया कि यह वही मंडली है, जिसने अयोध्या में श्रीरामलीला का मंचन किया था और उनके स्तरीय संवाद व लीला मंचन की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रसंशा की थी।
अयोध्या में मंडली की लीला देखने के बाद श्रीरामलीला कमेटी पदाधिकारियों ने डा. पंकज अग्रवाल से वार्ता की, पहले वह 10 दिन से अधिक की लीला करने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन जब पदाधिकारियों ने बताया कि यह 160 वर्ष प्राचीन परंपरा है और यह अनंत चतुर्दशी को प्रारंभ होती है।
एकादशी को श्रीराम बरात निकाली जाती है और एक महीने में इसका समापन होता है, इस कार्यक्रम को नहीं बदला जा सकता। लंबी मंत्रणा के बाद वह यहां आकर लीला करने को तैयार हुए। बता दें कि अब तक कमेटी वृंदावन की मंडली को बुलाती थी लेकिन उनकी संवाद शैली में बृज भाषा अधिक प्रभावी थी। जबकि मुरादाबाद की मंडली प्रमुख रूप से रामलीला के लिए ही प्रसिद्ध है।
नहीं होंगे रोड शो, 12 ज्योतिर्लिंग की झांकी होगी आकर्षण
अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खडेलवाल ने बताया कि पिछले वर्ष श्रीराम बरात दोपहर दो बजे से निकालने का प्रयास सफल रहा। इस वर्ष भी उसी कार्यक्रम का पालन किया जाएगा। इस वर्ष बरात में भगवान का कोई भी स्वरूप नृत्य करता हुए नहीं दिखाई देगा, इसके लिए किसी भी रोड शो को बरात में शामिल नहीं किया जाएगा।
12 ज्योतिर्लिंग की झांकी विशेष आकर्षण होगी, जो समाज और युवाओं को हमारे 12 ज्योतिर्लिंग के बारे में जागरूक करेगी। बता दें कि पिछले वर्ष बरात के दौरान कुछ कलाकारों का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था, जिसमें स्वरूप अश्लील हरकत करते दिख रहे थे, जिसकी काफी आलोचना हुई थी।
तीन मंजिला होगी लंका, दशानन का पुतला होगा विशेष
मीडिया प्रभारी राहुल गौतम ने बताया कि बदलाव का रूप लंका के स्वरूप में भी दिखागा। अब तक लीला में एक मंजिला लंका निर्मित की जाती थी, जो स्वर्णिम आभा लिए होती थी। लेकिन इस बार लंका तीन मंजिल की बनाई जाएगी, जो भव्यता दिखाएगी। इस वर्ष दशहरा पर दो अक्टूबर को होने वाला रावण का पुतला दहन भी विशेष होगा। रावन के पुतले के नेत्रों और मुख से अग्नि के शोले निकलेंगे। अट्टास भी विशेष होगा। साथ ही अन्य पुतलों में भी परिवर्तन कर उन्हें भव्य रूप दिया जाएगा।
यह रहे उपस्थित
जगदीश बागला, नवल किशोर, संतोश शर्मा, तारा चंद, भगवान दास बंसल, विजय अग्रवाल, मुकेश जौहरी, अतुल बंसल, टीएन अग्रवाल, मनोज अग्रवाल पोली भाई, संजय, विनोद जौहरी, रामकिशन, राकेश जैन, संजय तिवारी, विष्णु दयाल, अशोक राठी, उमेश कंसल, मोहित अग्रवाल, राकेश मंगल, अनिल अग्रवाल मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।