Convocation of Agra University: कुलपति ने किया वादा, एक साल में 20 हजार छात्रों को आंबेडकर विवि दिलवाएगा नौकरी
Convocation of Agra University अप्रैल में लगेगा रोजगार मेला। आएंगी 50 बहुराष्ट्रीय कंपनियां। टीबी मरीजों का हाल जानने को बनेगी एप। तीन महीने में 1927 से 2015 के चार्ट होंगे डिजिटाइन। प्रो. पाठक ने बताया कि कालेजों की जिओ टैगिंग कर दी गई है।

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय अप्रैल माह में रोजगार मेले का आयोजन करेगा, जिसमें 1500 छात्रों को नौकरी मिलेगी। विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि अगले एक साल में 20 हजार छात्रों को नौकरी मिले। यह कहना था कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक का, वे 87वें दीक्षा समारोह में विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत कर रहे थे।
प्रो. पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालय ने अकादमिक, प्रशासनिक, आधारभूत संरचना और प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी के क्षेत्र में बहुमुखी विकास किया है। विश्वविद्यालय की सर्वाधिक महत्वपूर्ण उपलब्धि उसके कुलगीत का निर्माण और निर्धारण होना है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट सेल की स्थापना की गई है। रोजगार मेले में 50 बहुराष्ट्रीय कंपनियां प्रतिभाग करेंगी। इनक्यूबेशन सेंटर और तीनों परिसरों में ई-लाइब्रेरी का विकास किया गया है। 698857 उपाधियां और 11,85,672 अंकतालिकाएं डिजिलाकर में अपलोड कर दी गई हैं। वनव्यू साफ्टवेयर प्रारंभ कर दिया गया है, जहां विद्यार्थी अपनी उपाधियां और अंकतालिका देख सकते हैं।इन उपाधियों पर कुलपति और परीक्षा नियंत्रक के ई-हस्ताक्षर होंगे।अगले तीन महीने में 1927 से 2015 तक के सभी चार्टों को डिजिटाइज कर दिया जाएगा। टीबी के जिन मरीजों को विश्वविद्यालय ने गोद लिया है, उनके लिए एक एप बनाया जाएगा। इस एप पर हर मरीज का डाटा होगा। जब तक सभी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाएंगे, एप संचालित किया जाएगा।नई शिक्षा नीति के तहत सेमेस्टर परीक्षाएं कराई जा रही हैं। चार साल बाद पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया होगी। आवासीय परिसर के सभी शिक्षकों ने शैक्षिक गतिविधियों का आडिट किया है।132 से ज्यादा रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को अनुमति प्रदान की गई है। मई में नैक का निरीक्षण प्रस्तावित है। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। प्रो. पाठक ने बताया कि कालेजों की जिओ टैगिंग कर दी गई है। 934 कालेजों को गूगल मैप पर भी देखा जा सकता है। एजेंसी पर निर्भरता खत्म करने के लिए इंटीग्रेटेड साफ्टवेयर बनाया जाए। वेबसाइट का डोमेन नेम भी एसी डाट इन कर दिया गया है। उन्होंने विद्यार्थियों को इदं राष्ट्रीय, इदं न मम के सूत्र वाक्य को अपने जीवन में आत्मसात करने का मंत्र प्रदान किया।
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