अब ताजगंज के तेलीपाड़ा में लगे मकान बिकाऊ के पोस्टर, ये है पूरा मामला Agra News
तीन महीने पूर्व दो समुदायों में हुआ था संघर्ष समझौते का दबाव।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजगंज के तेलीपाड़ा में रविवार को एक दर्जन घरों पर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगने से सनसनी फैल गई। इसके पीछे इलाके में तीन महीने पहले दो समुदाय के बीच हुए संघर्ष हुई मौत का मामला है। पीड़ित पक्षों का आरोप है कि दूसरा पक्ष समझौते का दबाव बना रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत की। इसके बाद लोगों ने पोस्टर हटाए। मगर, तब तक यह पोस्टर सोशल मीडिया में वायरल हो चुके थे।
तेलीपाड़ा निवासी पारस 28 सितंबर की रात को हसीन की दुकान से कोल्ड डिंक की बोतल लेने गया था। हसीन द्वारा रुपये लेने के बाद सामान नहीं देने पर विवाद हो गया। दोनों समुदाय के लोग सामने आ गए। उनके बीच पथराव हो गया। दूसरे समुदाय द्वारा किए गए पथराव में घायल तेलीपाड़ा निवासी पप्पू राठौर की एक सप्ताह बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। पारस के चाचा ने 43 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने सिर्फ दो आरोपितों हसीन और उसके साथी पप्पू को गिरफ्तार करके जेल भेजा है।
निरंजन राठौर और मृतक पप्पू स्वजनों का आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोग समझौते का दबाव बना रहे हैं। राजीनामा नहीं करने पर बस्ती से मकान खाली कराने की धमकी दे रहे थे। उधर, पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रही। रविवार को तेलीपाड़ा के कुछ घरों पर बिकाऊ के पोस्टर लगने की जानकारी पुलिस को मिली। मौके पर पहुंचकर लोगों से बातचीत की। इसके बाद घरों के बाहर लगे पोस्टर हटा दिए गए। मगर, पोस्टर मकानों पर लगे होने के फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो चुके थे।
मामले में सीओ सदर विकास जायसवाल ने बताया कुछ घरों पर पोस्टर लगे होने की जानकारी पर पुलिस गई थी। जिनके घरों पर यह लगे थे उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता ये पोस्टर कौन लगा गया।