साधु बनने जा रहे 181 मुमुक्षुओं का बहुमान
कल्याणक भूमि स्पर्शना यात्रा पर निकले मुमुक्षु पहुंचे शौरीपुर कोलकाता से शुरू हुई 2

आगरा, जागरण संवाददाता। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष, भारतीय संस्कृति के चार पुरुषार्थ हैं। अधिकतर लोग अर्थ व काम में उलझे हुए हैं। कुछ लोग धर्म की बात भी करते हैं। मोक्ष की चाह हर किसी में है, लेकिन इसके लिए कोई प्रयास नहीं करता। अंगुलियों पर गिनने योग्य लोग ही मोक्ष को आगे आते हैं। ऐसे ही 181 मुमुक्षु (मोक्ष की कामना करने वाले) मंगलवार को कल्याणक भूमि स्पर्शना यात्रा पर शौरीपुर पहुंचे। इससे पूर्व जैन दादाबाड़ी, शाहगंज में उनका बहुमान किया गया।
श्वेतांबर जैन साधु बनने जा रहे 181 मुमुक्षुओं में सीए, एमबीए, इंजीनियर और व्यापारी शामिल हैं। जैन दादाबाड़ी में हुए कार्यक्रम में जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक श्रीसंघ के अध्यक्ष राजकुमार जैन ने कहा कि मुमुक्षुओं का आना सौभाग्य की बात है। जब आप दीक्षा लेकर साधु बनें तो आगरा श्रीसंघ का ध्यान रखें। इसी स्थान पर जगतगुरु विजय सूरी महाराज ने अकबर को अहिसा का मार्ग दिखाया था। जैन इतिहास के जानकार दुष्यंत जैन ने बताया कि आगरा का जैन इतिहास 2200 वर्ष पुराना है। अकबर ने स्वर्ण कलश में विजय सूरी महाराज की भस्म मंगवाई थी, उनकी समाधि दादाबाड़ी में है। स्थानकवासी समिति लोहामंडी के अध्यक्ष सुशील जैन, स्थानकवासी समिति मोती कटरा के सीए सुरेश जैन ने मुमुक्षु भाई-बहनों का स्वागत किया।
प्रवीण लोढ़ाया ने बताया कि 28 दिवसीय कल्याणक भूमि स्पर्शना यात्रा कोलकाता से शुरू हुई थी और गुजरात में समाप्त होगी। इसमें 119 स्थानों के दर्शन किए जाएंगे। शिल्पा जैन ने भजनों से मुमुक्षुओं की अनुमोदना की। दीक्षार्थी बहनों का स्वागत जैन जागृति महिला मंडल, राजेंद्र सूरी महिला मंडल, श्वेतांबर महिला मंडल, पुरुषों का स्वागत जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक श्रीसंघ व स्थानकवासी समिति मोती कटरा ने किया। नरेश, मुकेश चपलावत, विमल जैन, अजय चौरड़िया, सुनील कुमार जैन, कमलचंद जैन, सीए चिराग जैन, विजेंद्र लोढ़ा, विजय सेठिया, अजय कुमार सकलेचा, मनीष जैन, संदेश जैन, केके कोठारी मौजूद रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।