Agra News: शस्त्र लाइसेंस के यूनिक आईडी नंबर में फर्जीवाड़ा, सेना के जवान धोखाधड़ी के शिकार
आगरा के आयुध कार्यालय में शस्त्र लाइसेंस के यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबरों में फर्जीवाड़ा सामने आया है। कर्मचारियों ने 100 से अधिक लाइसेंसियों के नंबरों को बदलकर दूसरे के नाम पर दर्ज कर दिया जिससे कई लाइसेंस अवैध हो गए। इस फर्जीवाड़े का शिकार सबसे ज्यादा सेना के जवान हुए हैं जिन्हें इसकी जानकारी तक नहीं है। डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

अमित दीक्षित, आगरा। फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण की अभी जांच पूरी नहीं हुई है। दोषियों को सजा नहीं मिली है। इन सब के बीच शस्त्र लाइसेंस के यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (यूआइएन) में फर्जीवाड़ा किया गया है। आयुध कार्यालय,आगरा के कर्मचारियों ने सुरक्षा की धज्जियां उड़ाते हुए 100 से अधिक लाइसेंसियों का नंबर दूसरे लाइसेंसी के नाम अंकित कर दिया है।
इसके चलते पहले लाइसेंसी का नाम पोर्टल से हट गया है। इससे ऐसे लाइसेंसियों के लाइसेंस अवैध श्रेणी में आ गए हैं। हालांकि लाइसेंसी पुस्तिका में यूनिक आइडी नंबर अंकित है। आगरा में यह खेल पिछले साढ़े तीन साल में सबसे अधिक हुआ है। इसमें सबसे अधिक भारतीय सेना के जवान हैं।
कई जवान तो अब सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। जवान इस खेल से पूरी तरह से अनजान हैं। सबसे अधिक लाइसेंसी में बदलाव पंजाब और राजस्थान के जवानों के हुए हैं। दैनिक जागरण की टीम ने इस पूरे फर्जीबाड़ा की पड़ताल की। इसमें चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। कई लाइसेंस के यूनिक आइडी में बदलाव इसी साल अप्रैल में किया गया है।
जम्मू के लाइसेंसी का नंबर दूसरे लाइसेंसी के नाम पर चढ़ाया गया
झुंझुनू राजस्थान के छपरा गांव के ओम प्रकाश सिंह सात अगस्त वर्ष 2010 में ऊधमपुर जम्मू में भारतीय सेना में हवलदार पद पर तैनात थे। ऊधमपुर प्रशासन ने 12 बोर की बंदूक का लाइसेंस जारी किया। ओम प्रकाश ने दो बार में 150 कारतूस लीं। वर्ष 2016 के बाद उनके नाम यूनिक आइडी नंबर 295200034518182018 जारी हुआ।
ओम प्रकाश सिंह का आगरा में न तो कभी रहना हुआ और न ही यहां से सीधे तौर पर कोई नाता है। एक साल पूर्व ओम प्रकाश सेना से सेवानिवृत्त हुए। मई 2025 में जब अपने गृह जनपद में लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया तो सन्न रह गए। उनका यूनिक आइडी नंबर पर सेना में तैनात अर्जन सिंह का नाम आ रहा है।
केस एक
तहसील गुरदासपुर पंजाब के अर्जन सिंह का नाम आगरा आयुध कार्यालय द्वारा 15 अप्रैल को चढ़ाया गया था। यह किसने और क्यों किया गया। इसकी भनक किसी को नहीं लगी। यहां तक आइडी नंबर जारी करने को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से अनुमति भी ली गई।
केस दो
संगरपुर पंजाब के रेशम सिंह भारतीय सेना में हैं। सात जुलाई 2025 को रेशम सिंह को दूसरे लाइसेंसी का यूनिक आइडी नंबर जारी कर दिया गया। यह नंबर वर्ष 2016 में संबंधित लाइसेंसी के नाम जारी हुआ था। इसकी भनक भी अधिकारियों को नहीं लगी है।
यह तो सिर्फ दो ही केस हैं। आयुध कार्यालय आगरा ने 100 से अधिक लाइसेंस में यूनिक आइडी नंबर जारी किया है। जिन लाइसेंसी के नाम नंबर जारी हुए हैं। उनका आगरा से कोई भी रिश्ता नहीं है।
शस्त्र लाइसेंस के यूनिक आइडी नंबर में बदलाव की शिकायत मिली है। इस मामले की गोपनीय जांच कराई जा रही है। हर पहलू की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। अरविंद मल्लप्पा बंगारी, डीएम
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