Mid Day Meal: बरती लापरवाही तो होगी कार्रवाई, हर महीने लिये जाएंगे अब मिड डे मीन के सैंपल, बनाए गए ये नियम
Mid Day Meal मीड-डे-मील की गुणवत्ता को लेकर शासन हुआ सख्त। सजगता बरतने के लिए हर महीने 10 विद्यालयों से लिए जाएंगे सैंपल। पका-पकाया भोजन विद्यार्थियों को परोसने से पूर्व खाने को कम से कम दो वयस्क व्यक्ति गुणवत्ता के आधार पर परखने पर जोर।

आगरा, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना (मिड-डे-मील) को लेकर अब अधिक सजगता बरती जाएगी। प्रधानमंत्री पोषण योजना (मिड डे मील) के तहत विद्यार्थियों को दिए जाने वाले भोजन का सैंपल अब विद्यालय बंद होने तक सुरक्षित रखा जाएगा। साथ ही हर महीने कम से कम 10 विद्यालय और एनजीओ की रसोई से सैंपल लेकर खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला से जांच कराई जाएगी।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) प्रवीन कुमार तिवारी ने बताया कि प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने निर्देश दिए हैं कि सैंपल फेल होने पर दोषी व्यक्ति, एजेंसी के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला परियोजना समिति की मासिक बठक में दोषी के खिलाफ रिपोर्ट भेजी जाएगी। यह दायित्व संबंधित खंड शिक्षाधिकारी का होगा।
चखकर वितरित होगा भोजन
प्रधानाध्यापक, इंचार्ज प्रधानाध्यापक मिड-डे-मील मध्यावकाश अवधि में ही तैयार कर वितरित कराएंगे। इसलिए उसे मध्यावकाश से पहले ही तैयार करा लिया जाए। पका-पकाया भोजन विद्यार्थियों को परोसने से पूर्व खाने को कम से कम दो वयस्क व्यक्ति (शिक्षक, रसोइया, विद्यालय प्रबंध समिति सदस्य या मां समूह) से निर्धारित रोस्टर के अनुसार प्रतिदिन चखने के बाद गुणवत्ता संतोषजनक होने पर ही वितरित कराया जाएगा। विद्यालय स्तर पर भोजन चखने के लिए दिवस वार रोस्टर रजिस्टर तैयार होगा और रोज भोजन चखने वाले व्यक्ति का नाम व पदनाम अंकित किया जाएगा। भोजन ग्रहण कराने से पूर्व व बाद में विद्यार्थियों के हाथ स्वच्छ जल व मेडिकेटेड साबुन से अच्छी तरह अवश्य धोने होंगे, उनके बर्तन साफ हों, यह भी सुनिश्चित करना होगा। डायनिंग शेड उपलब्ध न होने पर उन्हें स्वच्छ व साफ-सुथरे स्थान पर चटाई पर पंक्तिबद्ध रूप से बैठाकर भोजन परोसा जाएगा।

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