Latter to CM Yogi: पूर्व प्रधानमंत्री के पैत्रक जन्म स्थान के विकास को पूर्व कैबिनेट मंत्री ने CM Yogi को लिखा पत्र
Latter to CM Yogi बटेश्वर के विकास हेतु पूर्व कैबिनेट मंत्री राजा अरिदमन सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र। देश-प्रदेश की ऐतिहासिक धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर व पवित्र तीर्थ स्थल बटेश्वर की पुकार.. जीर्णोद्धार कराए सरकार।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता महेंद्र अरिदमन सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के पैतृक जन्म स्थान और पवित्र तीर्थ स्थल बटेश्वर के जीर्णोद्धार की मांग की है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र में अरिदमन सिंह ने लिखा है कि बटेश्वर तीर्थ स्थल सभी तीर्थों का भांजा तथा छोटी काशी के रूप में भी जाना जाता है। यहां उत्तर भारत का प्रसिद्ध पशु मेला बटेश्वर नाथ प्रतिवर्ष दीपावली के आसपास लगता है। मेले में कार्तिक पूर्णिमा के दिन लगभग एक लाख लोग स्नान कर पुण्य लाभ कमाते हैं। बटेश्वर के कुछ मंदिर और घाट काफी जीर्ण-शीर्ण एवं गिरासू हालत में हैं। इन घाटों/ रिवर फ्रंट का जीर्णोद्धार करा कर मंदिरों और घाटों को अन्य धार्मिक नगरियों की तरह नया जीवन प्रदान किया जाना अति आवश्यक है।
उन्होंने लिखा है कि यह देश- प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर है। इसका अपना ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व है। अतः इनका संरक्षित किया जाना अति आवश्यक है।
पूर्व प्रधानमंत्री की यादों को सँजोएँ
अरिदमन सिंह ने पत्र में लिखा है कि बटेश्वर, बाह में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का पैतृक जन्म स्थान बड़ी जर्जर स्थिति में है। इसकी मरम्मत व निर्माण कार्य करवाकर यहां उनकी फोटो गैलरी और कविताओं का संकलन कर इस स्थल को म्यूजियम के रूप में विकसित किया जाए। अटल जी द्वारा आंदोलन के समय जलाई गई कोठी को संरक्षित कर उनके स्मारक के रूप में विकसित किया जाए।
उनकी जन्म स्थली के पास प्राचीन वाजपेई यज्ञ शाला का जीर्णोद्धार करवा कर आसपास पौधारोपण किया जाए और स्मारक पर उनकी मूर्ति की स्थापना की जाए।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के नाम पर बाह विधानसभा क्षेत्र में सैनिक स्कूल एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज बनाया जाए।
पहले भी उठाई थी मांग
बटेश्वर तीर्थ स्थल के सर्वांगीण विकास कराए जाने के लिए बाह की विधायक पक्षालिका सिंह पहले भी आवाज उठा चुकी हैं। उन्होंने इस संबंध में 7 सितंबर, 2018 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिंह को एक पत्र तब दिया था, जब वे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के अस्थि कलश लेकर बटेश्वर आए थे।
20 करोड़ का भेजा प्रस्ताव
पत्र में अरिदमन सिंह ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए लिखा है कि आपकी कृपा से बटेश्वर के कुछ घाटों का जीर्णोद्धार हो रहा है तथा इस संबंध में पर्यटन विभाग द्वारा 20 करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है।
भदावर राजवंश ने की थी स्थापना
अरिदमन सिंह ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि उनके पूर्वज महाराजा बदन सिंह द्वारा पवित्र तीर्थ स्थल बटेश्वर में यमुना नदी की मुख्यधारा को मोड़ कर एक कोस लंबा अर्धचंद्राकार बांध बनवाकर यमुना नदी पर श्रृंखलाबद्ध अर्धचंद्राकार आकृति में पक्का घाट एवं मंदिर आदि का निर्माण सन् 1646 ईसवीं में कराया गया था और तभी शिवलिंग स्थापित कर शिव मंदिर की स्थापना भी की गई। उनके बाद भदावर राजवंश के सभी राजाओं ने समय-समय पर 101 शिव मंदिरों एवं घाटों का निर्माण कराया, जो अलग-अलग विशिष्ट शैली में बने हुए हैं।