आगरा में नकली नोट छापने वाले गैंग का भंडाफोड़; बाजार में स्वयं सहायता समूह की मदद से चलाते थे फेक करेंसी
Fake Currency Gang Agra Update News नकली नोट छापने के लिए प्रिंटर और स्याही का इस्तेमाल करते थे। वहीं 10 से 15 लोगों के समूह की सहायता से ये नोट आगरा के आसपास के जिलों में चलाए जाते थे। पुलिस सरगना अच्छेलाल की तलाश कर रही है। उसके पास अभी नकली नोट भी है। इनकी मदद करने वाले लोगों की तलाश पुलिस कर रही है।
संवाद सूत्र, जागरण l फतेहाबाद (आगरा)। Agra News: स्वयं सहायता समूह बनाकर शातिर गैंग नकली नोट छापकर बाजार में खपा रहा था। गैंग द्वारा अब तक बाजार में 50 से 60 लाख के नकली नोट खपाए जाने की आशंका है।
डौकी पुलिस ने सोमवार को गैंग का एक सदस्य गिरफ्तार कर लिया। उसके घर से पुलिस ने सौ रुपये के 99 नकली नोट और पांच बोतल स्याही बरामद की है। पुलिस के पहुंचने से पहले ही सरगना प्रिंटर लेकर फरार हो गया। उसकी गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है।
इंस्पेक्टर डौकी जय नारायण सिंह ने बताया कि सोमवार को गांव विजय मल्हैला रोड से नगला केशो के रहने वाले रामनिवास को गिरफ्तार किया है। तलाशी के दौरान उसके पास से सौ रुपये के 99 नकली नोट बरामद हुए। पकड़े गए युवक की निशानदेही पर उसके घर से नकली नोट छापने की स्याही की पांच बोतल बरामद कीं। इसके साथ ही सौ रुपये के आठ असली नोट भी बरामद किए। इनसे ही नकली नोट तैयार किए जाते थे।
पुलिस ने गिरफ्तार किया नकली नोट छापने का आरोपित।
गैंग का सरगना मौके से भागा
गिरफ्तार आरोपित ने पुलिस को बताया कि गैंग का सरगना अच्छे लाल मौके से फरार हो गया, वह भी नगला केशो का ही है। सरगना मौके से प्रिंटर लेकर भागा है। ये लोग मांग के आधार पर नकली नोट छापते थे। तीन नकली नोट के बदले उन्हें एक असली नोट मिलता था।
अच्छेलाल ने नकली नोट खपाने के लिए 12 से 15 लोगों का स्वयं सहायता समूह बना रखा था। इन सभी के माध्यम से नकली नोट खपाए जाते थे। नकली नोटों को वह ग्रामीण अंचल के अलावा मथुरा और फिरोजाबाद के बाजारों में भी खपाते थे।
इंस्पेक्टर डौकी ने बताया कि अच्छेलाल तीन साल से नकली नोट बाजार में खपा रहा है। अब तक वह 50 से 60 लाख रुपये बाजार में खपा चुका है। समूह में काम करने वाले लोग उसके एजेंट के रूप में काम करते हैं। पुलिस टीम अब सरगना की तलाश में लगी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद गैंग के बारे में और जानकारी हो सकेगी।
अपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस
पुलिस को आशंका है कि यह गैंग काफी समय से यह काम कर रहा है। चर्चाएं हैं कि गैंग का सरगना पूर्व में भी आसपास के जिलों में पकड़ा गया था।पुलिस अपराधिक इतिहास की जानकारी कर रही है। इसके साथ ही गैंग के सदस्यों के बारे में भी जानकारी की जा रही है। यह गैंग नकली नोटों को ग्रामीण क्षेत्र के बाजार में ही खपाता था, जिससे वह पकड़ में न आएं।
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