Agra News: फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में आरोपियों को मिल रहा है बचाव का मौका? छह दिन में नहीं हुई गिरफ्तारी
Agra News फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले की जांच धीमी गति से चल रही है। एसटीएफ को विवेचना सौंपे जाने के बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है जिससे आरोपियों को ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, आगरा। फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में नाई की मंडी थाने छह दिन पहले दर्ज मुकदमे में अभी तक विवेचना एक कदम भी नहीं बढ़ पाई है। थाने से एसटीएफ मुख्यालय होकर अभी विवेचना एसटीएफ की आगरा यूनिट तक पहुंची है। अभी तक न किरी आरेापित की गिरफ्तारी को दबिश दी गई और न ही कोई असलहा जमा कराया गया। आखिर आरोपितों को अपने बचाव का मौका क्यों दिया जा रहा है? यह सवाल उठ रहे हैं।
एसटीएफ के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा की जांच रिपोर्ट के बाद नाई की मंडी थाने में 24 मई को धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और आर्म्स एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था।इसमें नेशनल शूटर मोहम्मद अरशद, कारपेट कारोबारी मोहम्मद जैद, प्रापर्टी डीलर भूपेंद्र सारस्वत,राजेश बघेल, शिव कुमार सारस्वत टीवी चैनल के पत्रकार शोभित चतुर्वेदी और असलहा बाबू संजय कपूर नामजद हैं।
डीजीपी कार्यालय से मिले मुकदमे के आदेश में ही लिखा था कि यह विवेचना एसटीएफ द्वारा ही की जाएगी। ऐसे में पुलिस ने बिना कोई कार्रवाई किए यह विवेचना तत्काल एसटीएफ मुख्यालय भेज दी।एसटीएफ मुख्यालय से मामले की विवेचना एसटीएफ आगरा यूनिट को आवंटित की गई।
यहां विवेचना इंस्पेक्टर हुकुम सिंह को दी गई है। अभी तक विवेचना एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है। लोग पुलिस और एसटीएफ की कार्रवाई की धीमी गति पर प्रश्न उठा रहे हैं।
मुख्तार अंसारी के गैंग से जुड़े इस नेटवर्क के मामले में पुलिस और एसटीएफ की कार्रवाई इतनी धीमी क्याें चल रही है। जांच के दौरान असलहा जमा नहीं कराए गए।मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आरोपितों को गिरफ्तार करने का कोई प्रयास नहीं किया गया। इससे आरोपितों को बचाव का पूरा मौका मिल रहा है। कानूनी सलाहकाराें की राय लेकर वे कोर्ट से राहत के प्रयास में जुट गए हैं। सवाल उठ रहा है कि आरोपितों को हिरासत में लेकर उनसे अवैध हथियारों के बारे में पूछताछ क्यों नहीं की गई।
आरोपों के बाद सिकंदरा थाने के विवेचक बदले
सिकंदरा थाने में विशाल भारद्वाज ने हत्या की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया है। उसने आरोप लगाया है कि भूपेंद्र सारस्वत, अमित सिंह, सोनू गौतम व शोभित चतुर्वेदी को आरोपित बनाया है। मुकदमे की विवेचना एसआइ विवेक बालियान को मिली थी। इंटरनेट मीडिया मीडिया पर विवेचक और आरोपित टीवी चैनल के पत्रकार शोभित चतुर्वेदी की पुरानी फोटो प्रसारित होने लगी।
पीड़ित ने सवाल उठाया कि उसे विवेचक से इंसाफ की उम्मीद नहीं है। आरोप लगाया है कि विवेचक और आरोपितों के बीच गहरी दोस्ती है। इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि मुकदमे की विवेचना फैक्ट्री एरिया चौकी पर तैनात एसआई अमित को दी है। वह इस संबंध में अधिकारियों से पत्राचार करेंगे। ताकि इस मुकदमे की विवेचना भी एसटीएफ को दे दी जाए।

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