Eye Donation: दूसराें की आंखाें में कर सकते हैं उजियारा, मृत्यु के छह घंटे तक हो सकता है नेत्रदान
Eye Donation आगरा में आठ सितंबर तक चलाया जा रहा नेत्रदान जागरूकता पखवाड़ा। नेत्रदान की इच्छा रखने वाले भर सकते हैं घोषणा पत्र। निधन होने के बाद छह घंटे में कर सकते हैं नेत्रदान हेल्प लाइन नंबर पर कर सकते हैं फोन।

आगरा, अजय दुबे। मृत्यु होने के छह घंटे के अंतराल पर नेत्रदान किया जा सकता है, इसके लिए एसएन मेडिकल कालेज की नेत्र बैंक द्वारा हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है। इस नंबर पर फोन करते ही कुछ देर में एसएन की टीम पहुंच जाती है और नेत्रदान करा दिया जाता है। नेत्रदान से मिली दो कार्निया से ऐसे लोग जो अंधता के शिकार है उनकी जिंदगी में रोशनी लौट रही है।
सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि हर वर्ष 25 अगस्त से आठ सितंबर के बीच में नेत्रदान पखवाड़े का आयोजन होता है। इस वर्ष राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े में ऐसे लोग जो नेत्रदान करने के इच्छुक हैं, लेकिन उन्हें नेत्रदान कार्यक्रम की जानकारी नहीं है। उन्हें नेत्रदान कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी और उन्हें नेत्रदान के लिए प्रोत्साहित करके उनसे नेत्रदान के लिए घोषणा-पत्र भरवाया जाएगा।
नोडल अधिकारी डॉ. अमित रावत ने बताया कि पखवाड़े के दौरान नेत्रदान में बाधक सभी अंधविश्वास, भ्रम और गलत मान्यताओंको दूर किया जाएगा और लोगों को नेत्रदान करने के फायदों से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मरणोपरांत हमारे नेत्र किसी की आंखों की रोशनी बन सकते हैं। इसलिए नेत्रदान जरूर करें।
बताया कि कई लोग ऐसे होते हैं, जिनकी किसी कारणवश आंखें चली जाती हैं। ऐसे में मरने के बाद आंखों की कॉर्निया दान करने से ऐसे जरूरतमंद लोगों को आंखें मिल सकती हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का मानना है कि मरने के बाद हमारा शरीर किसी काम का नहीं होता है। लेकिन हम मरने से पहले ही अपनी आंखों को दान करने की घोषणा कर दें तो मरने के बाद आपकी आंखें किसी और के शरीर में जिंदा रह सकती हैं।
ये है हेल्पलाइन नंबर
एसएन की नेत्र बैंक प्रभारी डा. शेफाली मजूमदार ने बताया कि बताया कि जो लोग नेत्रदान करना चाहते हैं वे हेल्पलाइन नंबर 9639592894 पर संपर्क कर सकते हैं।
मृत्यु के छह घंटे के दौरान नेत्रदान
− मृत्यु के बाद आंखों को गीली रूई से ढंक दें। पंखा बंद कर दें, जिससे कॉर्निया में नमी बनी रहे। सिर के नीचे तकिया लगा दें।
- नेत्रदान के दौरान कॉर्निया निकाली जाती है, पूरी आंख नहीं निकाली जाती।
- एसएन के आई बैंक के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर नेत्रदान करा सकते हैं।
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