UP News: अतरौली की पूर्व चेयरमैन रेखा शर्मा आय से अधिक संपत्ति मामले में फंसी, आगरा में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज
अलीगढ़ के अतरौली नगर पालिका परिषद की पूर्व अध्यक्ष रेखा शर्मा आय से अधिक संपत्ति के मामले में फंस गई हैं। विजिलेंस जांच में उन पर आय से लगभग 49.44 लाख रुपये अधिक खर्च करने का आरोप है जिसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस को रेखा शर्मा के खिलाफ शिकायत मिली थी जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।

जागरण संवाददाता, आगरा: अलीगढ़ में अतरौली नगर पालिका परिषद की चेयरमैन रहीं रेखा शर्मा आय से अधिक व्यय के मामले में फंस गई हैं। शासन के निर्देश पर खुली जांच के बाद विजिलेंस थाना आगरा में रविवार को उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें उन पर आय से 49.44 लाख रुपये अधिक व्यय करने का आरोप है।
भाजपा के टिकट पर वर्ष 2006 में चेयरमैन बनीं रेखा शर्मा के खिलाफ शासन में शिकायत हुई थी। मुख्यालय के निर्देश पर आगरा विजिलेंस टीम ने 20 अप्रैल 2023 काे खुली जांच शुरू की। टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट पांच फरवरी 2025 को मुख्यालय भेज दी।
शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने खुली जांच के बाद की कार्रवाई
खुली जांच में पाया गया कि रेखा शर्मा अपने कार्यकाल में 3720288 रुपये की आय अर्जित की। इस अवधि में उन्होंने परिसंपत्तियों के अर्जन और भरण-पोषण पर 8864622 रुपये व्यय किए। इस तरह विजिलेंस ने अपनी जांच में पाया कि रेखा शर्मा ने अपनी आय के सापेक्ष 4944334 रुपये अधिक व्यय किए।
आय से 49.44 लाख रुपये अधिक व्यय करने पर फंसी रेखा शर्मा
इसके संबंध में रेखा शर्मा जांच के दौरान कोई संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सकीं। इस तरह रेखा शर्मा अनुपातिक परिसंपत्ति अर्जन की प्रथमदृष्टया दोषी पाई गईं। उनके खिलाफ इंस्पेक्टर रामवीर सिंह की ओर से विजिलेंस थाना आगरा में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 13 (1)(बी) और 13 (2) के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पूर्व चेयरमैन पर पहले भी लगे हैं आरोप
अतरौली। नगर पालिका परिषद की पूर्व चेयरमैन रेखा शर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोप पहले भी लगे हैं। कुछ मामलों की जांच तो पिछले पांच वर्ष से विजिलेंस कर रही है। दुकानों के आवंटन में गड़बड़ी के मामले में भी विजिलेंस में मुकदमा कराया था। अब दूसरा मुकदमा भ्रष्टाचार का पंजीकृत कराया है। इससे पूर्व चेयरमैन की दिक्कतें बढ़ी हैं। रेखा शर्मा भाजपा की टिकट पर वे वर्ष 2006 में चेयरमैन बनीं थीं। पति सुबोध शर्मा उर्फ भूरा पंडित एलआइसी एजेंट हैं।
शिकायतें शासन तक गईं थीं
चेयरमैन रहते ही भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे थे। शिकायतें शासन तक गईं थीं। उस समय नगर पालिका कार्यालय के नीचे 34 दुकानों का निर्माण कराया था। इसके आवंटन को लेकर काफी शोर मचा था। आवंटन में गड़बड़ी की शिकायतें हुईं। इसकी जांच विजिलेंस आगरा ने की थी। विजिलेंस ने इनके खिलाफ 31 अगस्त 2021 में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसका प्रकरण न्यायालय में चल रहा है। अब अवैध स्रोत से आय अर्जित करने का मुकदमा पंजीकृत हुआ है।
इस संबंध में पूर्व चेयरमैन से वार्ता करने की कोशिश की गई। मगर उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। पूर्व चेयरमैन के पति सुबोध शर्मा ने बताया कि विजिलेंस की टीम को सभी दस्तावेज दिए थे उन्होंने हमारी कोई बात मानी ही नहीं। दुकानों की आय, बंटवारे में मिली संपत्ती को भी नहीं माना। राजनीतिक रूप से कार्रवाई हुई है। पिछले चुनाव में हमने सपा प्रत्याशी को चेयरमैन का चुनाव लड़ाया था। भाजपा प्रत्याशी की हार हुई थी। कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे।
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