बस एक क्लिक करके तो देखिए, कमाई के लिए खुला आसमान हैं Online Site
घर बैठे बन सकते हैं किसी बड़ी बेवसाइट का हिस्सा। महिलाएं और युवा कर रहे अधिक उपयोग।
आगरा, जासं। ऐसा नहीं कि ऑनलाइन खरीदारी सिर्फ बुरी आदत है। इसके सकारात्मक इस्तेमाल से कमाई का जरिया भी बनाया जा सकता है। एक तरफ जहां तमाम युवा और महिलाएं अपने लिए सामान मंगाकर घर का बजट बिगाड़ रहे हैं तो दूसरी तरफ इसे कमाई का जरिया बनाने वालों की भी कमी नहीं। खुद की वेबसाइट बनवाकर, उस पर सामान बेचना काफी महंगा काम होता है और इसके लिए तकनीकी कुशलता की भी जरुरत होती है। शुरुआती स्तर पर बड़ी ई-कॉमर्स साइट पर वेंडर बनकर लोग सामान बेचना पसंद कर रहे हैं।
इन वेबसाइट से जुड़कर शुरू कर सकते हैं काम
-अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए प्रचलित वेबसाइट स्नैपडील, फ्लिपकार्ट, अमेजन, ईबे और लाइमरोड से जुड़ा जा सकता है।
कैसे करें रजिस्टर
किसी ई-कॉमर्स साइट के जरिये बिजनेस बढ़ाने के लिए, उस साइट पर जाकर खुद को वेंडर के तौर पर रजिस्टर करना होता है। इसके लिए ऑनलाइन एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म की जरूरत पड़ती है। हर नामी ई-कॉमर्स साइट पर रजिस्ट्रेशन का तरीका लगभग एक जैसा ही होता है।
बैंक खाते में आ जाते हैं पैसे
फ्लिपकार्ट अपनी लॉजिस्टिक सर्विस के माध्यम से सामान पिक कराती है। सामान को पैक करके देने की जिम्मेदारी सेलर की होती है। प्रोडक्ट डिलीवर होने के 10-15 दिनों में आपको अपने सामान की कीमत बैंक खाते में मिल जाती है। इसके लिए आपको अपना बैंक खाता नंबर भी देना होगा। बेहतर यही होगा कि आप अपनी कंपनी के नाम पर बैंक खाता खुलवाएं। व्यक्तिगत खाते में ट्रांसफर पर कई तरह की पाबंदियां होती हैं।
कमीशन काटकर मिलते हैं पैसे
-सामान की वसूली गयी कीमत में से फ्लिपकार्ट अपना कमीशन निर्धारित कर लेता है। इसमें वेबसाइट पर बेचने का कमीशन, फिक्स्ड चार्ज, सर्विस टैक्स और उपलब्ध करवाई गई लॉजिस्टिक सर्विस और पैकिंग का खर्च शामिल होता है।
यह बरतें सावधानी
-गलत जानकारी देने से बचें।
-अपने उत्पाद के बारे में विस्तार से बताएं।
-उत्पाद की फोटो से जुड़े किसी अंतर के बारे में खुलकर बताएं जैसे बटन का रंग सफेद नहीं, पीला है। ऐसा करने से उपभोक्ता का आप पर विश्वास बढ़ता है।
-ऑर्डर मिलने के बाद समय पर डिलीवरी करें।
- जो सामान आपके पास है, उसे ही डिस्प्ले करें।
-सामान को सस्ता बेचने की बजाय उसकी गुणवत्ता पर जोर दें।
- कंपनी की रिटर्न पॉलिसी को समझें।
बढ़ता है धीरे धीरे काम
घर बैठे ही आर्टिफिशियल ज्वैलरी सेल कर रही हूं। इसके लिए ज्यादा भटकना भी नहीं पड़ता और खर्च लायक पैसे भी बच जाते हैं। धीरे-धीरे काम बढ़ रहा है।
आकृति अग्र्रवाल, ऑनलाइन विक्रेता
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