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    आगरा एक्सप्रेस-वे पर लोगों को मिलने जा रही ये खास सुविधा, सीधे कंट्रोल रूम से बात कर सकेंगे यात्री

    Updated: Wed, 20 Aug 2025 09:58 PM (IST)

    आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर अगले महीने से कई नई सुविधाएं शुरू होने जा रही हैं। आपातकालीन कॉल बॉक्स सीसीटीवी कैमरे और व्हीकल इंसीडेंट डिटेक्शन कैमरे लगाए जा रहे हैं। यात्री कंट्रोल रूम से सीधे बात कर सकेंगे और उन्हें तत्काल मदद मिलेगी। सड़क की स्थिति और मौसम की जानकारी के लिए डिजिटल बोर्ड भी लगाए जाएंगे। दुर्घटना की सूचना मिलते ही राहत दल तुरंत रवाना हो जाएगा।

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    अगले माह से आगरा एक्सप्रेसवे में मिलेगी आपातकालीन काल बाक्स की सुविधा

    जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। आगरा एक्सप्रेसवे में अगले माह से सुविधाएं बढ़ने जा रही हैं। आपातकालीन काल बाक्स से लेकर कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस) डिजिटल बोर्ड लगाए जा रहे हैं। काल बाक्स से सीधे यात्री कंट्रोल रूम में बात कर सकेंगे। इससे राहत बचाव कार्य में मदद मिल सकेगी। वहीं अब प्रत्येक एक किमी पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। पहली बार व्हीकल इंसीडेंट डिटेक्शन कैमरे भी लगाए जा रहे हैं।

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    आगरा एक्सप्रेसवे से हर दिन 23 हजार वाहन गुजरते हैं। हर दिन सवा करोड़ रुपये से अधिक का टोल टैक्स मिलता है। एक्सप्रेसवे की मरम्मत का कार्य चालू हो गया है। अगले माह तक एक्सप्रेसवे में कई बदलाव हो जाएंगे। इससे यात्रा और भी सुविधाजनक हो जाएगी।

    अगर हादसा होता है तो यात्रियों को जल्द इलाज और राहत मिले, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसमें आपातकालीन काल बाक्स की सुविधा है। उप्र राज्य औद्योगिक एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य संरक्षा अधिकारी आरएन सिंह ने बताया कि गाड़ी खराब होने या फिर अन्य किसी भी समस्या पर काल बाक्स की मदद ली जा सकेगी।

    यात्री सीधे कंट्रोल रूम से बात करेगा। अगर यात्री को एंबुलेंस की जरूरत है या फिर अन्य जो भी मदद चाहिए। वह उपलब्ध कराई जाएगी। एक्सप्रेसवे में हर किमी पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इससे प्रत्येक वाहन की निगरानी आसानी से हो सकेगी।

    निर्धारित जगहों पर पहली बार व्हीकल इंसीडेंट डिटेक्शन कैमरे लग रहे हैं। हादसों की रोकथाम के लिए पांच और स्पीड कैमरे बढ़ाए जा रहे हैं। इन सब के बीच पहली बार यात्रियों को सड़क की स्थिति, मौसम और सतर्कता संबंधी संदेश देने के लिए कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस) डिजिटल बोर्ड लग रहे हैं।

    नई व्यवस्था से दुर्घटना या वाहन खराब होने की सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम तुरंत सक्रिय हो जाएगा और मौके पर राहत दल रवाना कर दिया जाएगा। यूपीडा पैट्रोलिंग टीम, टोल प्लाजा पैट्रोलिंग टीम, सेफ्टी टीम, एंबुलेंस, क्रेन रवाना किया जाएगा। संबंधित थाना और बड़ी घटना होने की स्थिति में उच्चाधिकारियों को भी सूचना दी जाएगी।

    120 किमी से दौड़ रहे वाहन

    वर्तमान में आगरा एक्सप्रेसवे में छोटे वाहनों की अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा है। वहीं बड़े वाहनों की गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा है।