सौभाग्य योजना बनी दुर्भाग्य, ताजनगरी के 35 हजार उपभोक्ताओं को नहीं मिला लाभ; ये है कारण
आगरा में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की सौभाग्य योजना उपभोक्ताओं के लिए दुर्भाग्य बन गई है। इस योजना के लगभग 35 हजार बकाएदार उपभोक्ताओं को ब ...और पढ़ें
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सांकेतिक तस्वीर।
विद्याराम नरवार, आगरा। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) की सौभाग्य योजना, उपभोक्ताओं के लिए दुर्भाग्य की योजना बन गई है। इस योजना के बकाएदार लगभग 35 हजार उपभोक्ताओं को बिजली बिल राहत योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कारण दो किलोवाट से अधिक का कनेक्शन होना बताया जा रहा है।
सौभाग्य योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों को एक किलोवाट तक के ही फ्री में कनेक्शन दिए गए थे। हजारों की संख्या में ऐसे उपभोक्ता का बिना सूचना के ही भार बढ़ा दिया गया है, जिसके चलते हजारों की संख्या में बकाएदारों को बिजली बिल राहत योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जानकारी दिए बिना एक किलोवाट से बढ़ाकर कर दिया चार किलोवाट का कनेक्शन
सौभाग्य योजना (प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना) की शुरुआत वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के सभी गरीब घरों तक मुफ्त बिजली कनेक्शन पहुंचाना था, ताकि देश के हर घर में बिजली उपलब्ध हो सके। इस योजना के अंतर्गत एक किलोवाट के ही कनेक्शन दिए गए थे। जिनकी संख्या 66261 है। इनमें लगभग 35 हजार ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनपर बकाया है।
1.25 बकाएदार उपभोक्ताओं को ही मिलेगा बिजली बिल राहत योजना का लाभ
इस योजना के अधिकांश उपभोक्ताओं का डीवीवीएनएल ने लोड बढ़ा दिया है। किसी का तीन तो किसी का चार किलोवाट का लोड कर दिया गया है। इसकी जानकारी उपभोक्ताओं को तब हुई जब वे बिजली बिल राहत योजना के अंतर्गत बकाया जमा करने के लिए कैंप और एसडीओ कार्यालय पहुंचे।
बकाया जमा करने पहुंचे तब लगी जानकारी
नागर अछनेरा के मोतीराम के पुत्र दिनेश साइट सी सिकंदरा पहुंचे। वहां पर उन्हें बताया गया कि वे तीन किलोवाट के उपभोक्ता है। इसी प्रकार यहीं के रहने वाले सोनवीर सिंह कैंप में बकाया जमा करने के लिए पहुंचे। उन्हें बताया गया कि वे चार किलोवाट के उपभोक्ता है। इसलिए इस योजना के अंतर्गत लाभ नहीं दिया जा सकता है। किरावली के महेश कुमार और सोवरन सिंह भी इसमें शामिल हैं।
ये बकाएदार उपभोक्ता हैं योजना के पात्र
बिजली बिल राहत योजना के अंतर्गत दो किलोवाट तक के बकाएदार उपभोक्ताओं को लाभ दिया जा सकता है। वे कामर्शियल भी हो सकते हैं। 100 प्रतिशत ब्याज में छूट के साथ ही बिल में भी प्रथम चरण में 25 प्रतिशत जमा करना होगा। यह योजना एक दिसंबर से शुरू हुई है और 28 फरवरी तक चलेगी। इसके तीन चरण हैं। पहले चरण में बिल में 25, दूसरे में 20 और तीसरे में 15 प्रतिशत की छूट दिए जाने का प्रविधान है।
ये है स्थिति
- जिले में डीवीवीएनएल के कुल उपभोक्ता 4.64 लाख
- बिजली बिल राहत योजना में चिन्हित पात्र बकाएदारों की संख्या 1.25 लाख
- सौभाग्य योजना के कुल उपभोक्ता 66261
- बकाएदार 35 हजार, जिन्हें नहीं मिल रहा लाभ
ऐसे बढ़ा दिया जाता है लोड
साल में तीन बार अधिकतम जितना लोड बढ़ता है, उसी को आधार मानकर विभाग स्वत: लोड बढ़ा देता है। लोड बढ़ने की जानकारी बिल में दी होती है। लोड बढ़ने पर उपभोक्ता स्वत: लोड नहीं बढ़ाता है तो, इस स्थिति में विभाग खुद ही लोड बढ़ा देता है।
बिजली बिल राहत योजना में दो किलोवाट के बकाएदारों को लाभ दिया जा रहा है। लोड नियमानुसार ही बढ़ाया जाता है। जिसकी बिल में जानकारी दी होती है। कपिल सिंधवानी, मुख्य अभियंता, डीवीवीएनएल

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