Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    72 करोड़ की दवाएं सीज: कसेगा सिंडिकेट पर शिकंजा, पुडुचेरी जाएगी आगरा औषधि विभाग की टीम

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 09:04 AM (IST)

    आगरा में औषधि विभाग ने नकली दवा सिंडिकेट पर शिकंजा कसते हुए जांच तेज कर दी है। हे मां मेडिको और बंसल मेडिकल एजेंसी को पुडुचेरी की फर्मों से नकली दवाएं सप्लाई की गई थीं। विभाग की टीम सबूत जुटाने के लिए पुडुचेरी जाएगी। पूर्व में फव्वारा दवा बाजार में छापेमारी कर 72 करोड़ की दवाएं जब्त की गई थीं। कंपनियों ने दवाओं को नकली बताया है।

    Hero Image

    फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, आगरा। नकली दवा सिंडिकेट पर शिकंजा कसने के लिए औषधि विभाग की टीम ने 28 नमूनों में से 27 नमूने पास होने के बाद जांच तेज कर दी है। हे मां मेडिको और बंसल मेडिकल एजेंसी पर पकड़ी गईं दवाएं पुडुचेरी की फर्मों से सप्लाई की गईं थी, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और पुडुचेरी के औषधि नियंत्रण विभाग की संयुक्त टीम ने पुडुचेरी में नकली दवा की फैक्ट्री पकड़ी है, औषधि विभाग की टीम नकली दवा सिंडिकेट के विरुद्ध सुबूत जुटाने के लिए पुडुचेरी जाएगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुडुचेरी में पकड़ी गई नकली दवा फैक्ट्री से सप्लाई की गईं थी दवाएं


    औषधि विभाग और स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने 22 अगस्त को फव्वारा दवा बाजार में हे मां मेडिको और बंसल मेडिकल एजेंसी और उनकी सहयोगी फर्म पर छापा मारा था। पांच फर्म और गोल्डन ट्रांसपोर्ट कंपनी से 28 दवाओं के नमूने लिए थे। 72 करोड़ की दवाएं सीज और जब्त की गईं थी। जिन 28 दवाओं के नमूने लिए गए थे उसमें से अधिकांश दवाएं पुडुचेरी की श्री अमान फार्मा, मीनाक्षी फार्मा और परम हाउस से खरीदने के बिल मिले थे। 28 नमूनों में से 27 दवाओं में जो साल्ट और मात्रा (दवा) दर्शाई गई थी जांच में वही मात्रा मिली। जबकि माक्स सीवी 625 दवा अधोमानक निकली है।


    गोदाम में बंद दवाओं की भी की जाएगी जांच, कंपनियों ने दवाओं को बताया है नकली

     

    सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय ने बताया कि सनोफी, सन फार्मा, यूएसवी, एमएसडी सहित अन्य फार्मा कंपनियां ने दवाओं को नकली बताया है। बंसल मेडकोज से एंटी एलर्जिक एलेग्रा टैबलेट बड़ी मात्रा में मिली थी इतनी अधिक मात्रा में कंपनी ने दवा उत्तर प्रदेश में सप्लाई ही नहीं की थी। वहीं, पुडुचेरी की जिन फर्मों से दवाएं खरीदी गईं थी उस स्थान पर वे कंपनी नहीं मिली, नोटिस भी वापस आ गए।

    आगरा में हुई कार्रवाई के बाद सितंबर में पुडुचेरी में दवा माफिया ए राजा की मीनाक्षी फार्मा पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और पुडुचेरी के औषधि नियंत्रण विभाग की संयुक्त टीम ने छापा मारा। बंद फैक्ट्री से दो करोड़ की दवाएं और उपकरण जब्त किए हैं।

    इसके बाद नवंबर में भी सीडीएससीओ ने तीन फार्मा कंपनियों पर कार्रवाई की है। मुख्यालय स्तर से औषधि विभाग की टीम पुडुचेरी भेजी जाएगी। नकली दवा फैक्ट्री से हे मां मेडिको, बंसल मेडिको सहित किन फर्मों को पिछले कुछ वर्षों में दवाओं की सप्लाई की गई, इसके सुबूत जुटाए जांएगे।

    हे मां और बंसल मेडिकल के संचालकों को एक एक मामले में मिल चुकी है जमानत


    हे मां मेडिको के संचालक हिमांशु अग्रवाल और बंसल मेडिकल एजेंसी और उसकी फर्म के संचालकों को एक एक मामले में जमानत मिल चुकी है। इन पर दो से तीन मुकदमे दर्ज हैं, इन मामलों में अभी जमानत नहीं मिली है। औषधि विभाग की टीम दवा कंपनियों से भी सुबुत जुटा रही है।