हाई ब्लड प्रेशर में ना खाएं अचार-चटनी वरना… दिल के डॉक्टरों ने बताया सीक्रेट
दुनिया में हर तीसरा वयस्क व्यक्ति हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) से पीड़ित है। हाइपरटेंशन से पीड़ित हर पांच में से चार मरीजों को ठीक इलाज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में फल सब्जी के साथ साबुत अनाज खाने नियमित व्यायाम और तनाव मुक्त जिंदगी जीने से रक्तचाप को कम किया जा सकता है। डॉक्टरों ने बताया कि हाइपरटेंशन से पीड़ित मरीजों के लिए अचार और चटनी घातक हैं।
जागरण संवाददाता, आगरा। हाइपरटेंशन से पीड़ित मरीजों के लिए अचार और चटनी घातक हैं, इसमें नमक अधिक होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की पिछले वर्ष जारी हुई रिपोर्ट के अनुसार, हाइपरटेंशन से पीड़ित मरीजों को बीमारी का पता नहीं चलता है। इसके चलते हाइपरटेंशन से पीड़ित हर पांच में से चार मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है।
वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष शर्मा ने बताया कि रक्तचाप 140 बाई 90 और उससे अधिक है तो हाइपरटेंशन की समस्या होती है। हाइपरटेंशन में शुरुआत में कोई लक्षण नहीं आते हैं। रक्तचाप की जांच कराने पर ही पता चल पाता है। जिन लोगों का रक्तचाप बढ़ा रहता है उन्हें हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, गुर्दा रोग नेफ्रोपैथी, आंखों की रोशनी रेटिनोपैथी जाने का खतरा रहता है।
खाने में अधिक नमक लेने, अचार, चटनी, फास्ट फूड का सेवन करने से रक्तचाप बढ़ रहा है, जबकि फल, सब्जी, साबुत अनाज का सेवन करने से रक्तचाप कम होता है।
धमनियों पर दबाव बढ़ने से बढ़ता है रक्तचाप
शरीर के सभी अंगों को खून से ऑक्सीजन मिलती है, धमिनयों से खून शरीर के सभी अंगों तक पहुंचता है। इसके लिए धमनियों की दीवार पर दबाव बनता है, जिससे खून पूरे शरीर में पहुंचता है। यही दबाव रक्तचाप है, जब दबाव बढ़ने लगता है तो रक्तचाप बढ़ जाता है और हाइपरटेंशन की समस्या हो जाती है।
रक्तचाप अधिक होने पर ये आते हैं लक्षण
- नींद पूरी ना आना
- सुबह सिर में भारीपन और सिर दर्द
- सांस फूलना
- चक्कर आना और घबराहट
अधिकांश केस में हाइपरटेंशन का कोई कारण नहीं
अधिकांश मरीजों में हाइपरटेंशन का कोई कारण नहीं होता है। इसे अनुवांशिक बीमारी भी मानते हैं जिन लोगों के परिवार में उच्च रक्तचाप की समस्या है उन्हें हाइपरटेंशन होने का खतरा रहता है।इसे जीवनशैली में बदलाव, खान पान, तनाव मुक्त जिंदगी और दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है।
अधिकांश मरीजों में उच्च रक्तचाप इसेंशल हाइपरटेंशन का कोई कारण नहीं होता है। लक्षण भी नहीं आते हैं। इस कारण से भी कम उम्र में हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक के साथ ही गुर्दा रोग की समस्या बढ़ी है।
-डाॅ. मनीष शर्मा, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ
जिन लोगों को उच्च रक्तचाप है वे आटे में भी नमक ना लें। फास्ट फूड में भी नमक अधिक होता है। जिन लोगों के परिवार में किसी सदस्य को उच्च रक्तचाप है तो उसे भी हाइपरटेंशन की समस्या हो सकती है। कम उम्र में भी यह बीमारी मिल रही है।
डॉ. एके गुप्ता, पूर्व विभागाध्यक्ष, मेडिसिन विभाग, एसएन मेडिकल कॉलेज
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