Agra News: धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात न होने पर आयोजक और पड़ोसी परिवार में मारपीट, थाने में मुकदमा दर्ज
बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के आगमन के बाद आयोजक पुष्कल गुप्ता और पड़ोसी अजय चौहान के बीच विवाद हो गया। पुष्कल की बहन की शिकायत पर अजय और उनके परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। अजय का आरोप है कि पुष्कल ने बाहरी लोगों से मारपीट कराई और पुलिस उनकी शिकायत नहीं सुन रही है। मामला हरीपर्वत थाने में दर्ज है।

जागरण संवाददाता, आगरा। बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के आगरा आगमन के दौरान सोसायटी के लोगों की मुलाकात न होने पर हुआ विवाद पुलिस तक पहुंचा गया है। आयोजक पुष्कल गुप्ता की शिकायत पर उनके पड़ोसी अजय चौहान,उनकी पत्नी और भाई-भाभी समेत पांच पर मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं आरोपित पड़ोसी ने खुद के परिवार के साथ मारपीट किए जाने की अपनी तहरीर पर मुकदमा दर्ज न किए जाने का आरोप लगाया है।
सात सितंबर को तारघर मैदान में धीरेंद्र शास्त्री का आगमन था। बारिश के कारण आयोजन स्थल बदला गया और फिर भीड़ देखते हुए आयोजन की अनुमति पुलिस ने रद्द कर दी। इसके बाद सुबह 11 बजे धीरेंद्र शास्त्री कार्यक्रम आयोजक खंदारी के नालंदा प्राइड निवासी पुष्कल गुप्ता के फ्लैट पर पहुंचे थे। भारी भीड़ के चलते सोसायटी के लोगों के साथ बैठक का कार्यक्रम नहीं हो सका था।
आयोजक की बहन की तहरीर पर हरीपर्वत थाने में मुकदमा दर्ज
पुष्कल की बहन नेहा गुप्ता ने हरीपर्वत थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप लगाया है कि पड़ोस के फ्लैट में रहने वाले अजय चौहान,उनकी पत्नी आदि ने बाबा के जाते ही जानबूझकर दर्शन न कराने का आरोप लगाकर अभद्रता की। अगले दिन सुबह जब वह रिश्तेदारों को छोड़ने नीचे पहुंची तो अजय,उनकी पत्नी, अरिता चौहान,भाई संजय चौहान और उनकी पत्नी सुनीता ने गालीगलौज कर मारपीट करते हुए गर्दन दबाई। उनको कई जगह दातों से काट लिया। बूढी मां ने उन्हें बचाया,इस दौरान भाई पुष्कल के भी चोटें आई हैं।
दूसरे पक्ष ने भी आयोजक पर लगाए गंभीर आराेप
पुष्कल का कहना है कि बाबा के घर पर आगमन के दौरान भीड़ अधिक होने के कारण बहुत लोगों की मुलाकात नहीं हो सकी। इसके लिए वह खेद जता चुके हैं। आरोपितों ने इसके बाद भी उनके और परिवार के साथ अभद्रता व मारपीट की है। आरोपित के भाई विजय कुमार ने बताया कि सोसायटी के लोगों को आमंत्रित किया गया। आयोजन के दौरान अपना चेहरा चमकाने के लिए नेता और अधिकारी बुलाए गए।
सोसायटी के लोग घर में कैद रहे और उनके घर काम करने वाले कर्मचारियों को भी नहीं आने दिया गया। विरोध करने पर बात समाचार पत्रों में प्रकाशित होने से बौखलाकर अगले दिन पुष्कल ने बाहरी लोगों को बुलाकर अभद्रता की। उनके परिवार के लोगाें से की गई मारपीट की सीसीटीवी कैमरों से रिकार्डिंग हुई है। पुलिस ने उनकी तहरीर भी नहीं ली।
इंस्पेक्टर हरीपर्वत नीरज शर्मा ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल करवा मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।