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    क्या सच में हिंदू बनना चाहता था मोहम्मद बदर? आगरा वाले घर पहुंची पुलिस; वायरल लेटर की असलियत का खुलासा

    Updated: Wed, 01 Jan 2025 11:07 PM (IST)

    लखनऊ के होटल में मां एवं चार बहनों की सामूहिक हत्या करने वाले अरशद के पिता मोहम्मद बदर ने 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी कि पड़ोसी से विवाद के बाद पिता-पुत्र परिवार समेत धर्म अपनाना चाहते थे। बदर ने अपने घर में बनी दुकान में श्रीराम मंदिर बनाने और यदि उन्हें कुछ हो जाए तो उनकी संपत्ति मंदिर ट्रस्ट की होने की इच्छा भी जताई थी।

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    लखनऊ के होटल में सामूहिक हत्याकांड की जानकारी होने पर इस्लाम नगर में अरशद के घर पर पहुंची पुलिस। जागरण

    जागरण संवाददाता, आगरा। लखनऊ के होटल में मां एवं चार बहनों की सामूहिक हत्या करने वाले अरशद के पिता मोहम्मद बदर के बारे में चौंकाने जानकारी सामने आई है। मोहम्मद बदर का प्रार्थना पत्र इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। उसने 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। 

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    पड़ोसी से विवाद के बाद पिता-पुत्र परिवार समेत धर्म अपनाना चाहते थे। अपने घर में बनी दुकान में श्रीराम मंदिर बनाना चाहते थे। प्रार्थना पत्र में लिखा था कि परिवार को कुछ होने पर उनकी संपत्ति मंदिर ट्रस्ट की होगी। बदर और अरशद ने धर्म परिवर्तन के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के विभाग सेवा प्रमुख श्याम किशोर शर्मा से तीन सप्ताह पूर्व काल करके संपर्क किया था।

    हिंदू धर्म अपनाने के दावे की पूरी कहानी

    इस्लाम नगर टेढ़ी बगिया ट्रांस यमुना के रहने वाले मोहम्मद बदर ने मुख्यमंत्री पोर्टल और अल्पसंख्यक आयोग में प्रार्थना पत्र के माध्यम से शिकायत भेजी थी। मोहम्मद बदर ने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि उसकी घर में ही परचून की छोटी सी दुकान है। पड़ोसी आफताब की भी परचून की दुकान है, जिससे आफताब उससे रंजिश मानता है। 

    उसके रिश्तेदार ने 16 दिसंबर को जानबूझ कर ऑटो से दुकान के काउंटर में टक्कर मारी, जिसमें उसकी नौ वर्षीय बेटी घायल हो गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उल्टा उन्हें ही धमका कर चली गई। 

    समझौते के बावजूद 18 दिसंबर की सुबह आफताब उसके रिश्तेदारों व बस्ती के लोगों ने एकजुट होकर घर पर धावा बोल दिया। पथराव और बेटियों से अभद्रता की। बदर ने लिखा कि उसके और परिवार की जान को खतरा है। 

    वह अपने बच्चों को लेकर भटक रहा है। अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए वह हिंदू धर्म अपनाना चाहता है। उसके घर में एक दुकान है, उसमें श्रीराम मंदिर बनाया जाए। यदि उसे और उसके परिवार को कुछ हाे जाए तो उसकी जायदाद मंदिर ट्रस्ट की होगी। 

    बदर ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत में थानाध्यक्ष ट्रांस यमुना को मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए निर्देशित करने को लिखा है। 

    पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि बदर उसके पुत्र अरशद ने तीन सप्ताह पहले ट्रांस यमुना में रहने वाले विहिप के विभाग सेवा प्रमुख श्याम किशोर शर्मा से भी एक बार संपर्क किया था। इसके बाद दोबारा संपर्क नहीं किया। वह 18 दिसंबर को घर पर ताला लगाकर चला गया था।

    पुलिस बोली- मामूली विवाद हुआ था

    इंस्पेक्टर ट्रांस यमुना थाना भानू प्रताप ने बताया कि विवाद मामूली था। पूरी बस्ती पिता-पुत्र के विरुद्ध बोल रही थी। आफताब के रिश्तेदार ऑटो से उसके यहां आए थे। घर के बराबर में बदर की दुकान के काउंटर पर रखा डिब्बा गिर गया था। इसी पर कहासुनी हो गई थी। 

    बदर मिर्च का डिब्बा लेकर छत पर चढ़ गया था। मिर्च पाउडर और ईंट फिंकाई कर दी थी। बदर ने 18 दिसंबर को अपनी साइकिल आफताब की दुकान पर खड़ी कर दी थी, जिसे हटाने को लेकर विवाद हो गया था। उस समय बदर ने थाने में कहा था कि वह परिवार समेत हिंदू बनना चाहता है। बस्ती वाले उसका विरोध करते हैं।