Dengue In Agra: एसएन मेडिकल कॉलेज में डेंगू संक्रमण फैलने का खतरा, जूनियर डाक्टर संक्रमित
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में डेंगू का संक्रमण बढ़ रहा है। एक छात्रा के बाद जूनियर डॉक्टर भी डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। पुराने भवन टूटने से जलभराव हो रहा है जिससे मच्छर पनप रहे हैं। प्राचार्य ने वार्डन को पानी निकासी के निर्देश दिए हैं। डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार और शरीर पर चकत्ते शामिल हैं। मच्छरों से बचाव और साफ-सफाई रखने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज में डेंगू का संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। मेडिकल छात्रा के बाद जूनियर डाक्टर में डेंगू की पुष्टि हुई है। एसएन परिसर में पुराने भवनों के ध्वस्त होने से बारिश के बाद जलभराव हो गया है। वार्ड और हॉस्टल में भी मच्छर पनप रहे हैं। शुक्रवार को डेंगू के दो नए मरीज मिले हैं।
मोती कटरा में रह रही 22 वर्ष की एसएन मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की छात्रा में गुरुवार को डेंगू की पुष्टि हुई थी।
मेडिकल छात्रा के बाद जूनियर डाक्टर की डेंगू की रिपोर्ट पाजिटिव
जिला मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि एसएन के हॉस्टल में रह रहे 25 वर्ष के जूनियर डाक्टर को तेज बुखार आने पर जांच कराई गई। डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं, जैतपुर निवासी महिला को कई दिन से बुखार आने पर जांच कराई गई। इसमें डेंगू की पुष्टि हुई है। डेंगू के अभी तक 44 और मलेरिया के 11 मरीज मिल चुके हैं।
पुराने भवनों के ध्वस्त होने से जगह जगह जलभराव, हॉस्टल में पनप रहे मच्छर
उधर, एसएन मेडिकल कॉलेज और लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय के जर्जर भवनों को इंटीग्रेटेड कैंपस के लिए ध्वस्त कर दिया गया है। इससे जगह जगह मच्छर पनप रहे हैं। हास्टल के पास मेट्रो का काम चल रहा है, वार्ड के आस पास भी जलभराव होने से मच्छर पनप रहे हैं।
ये हैं लक्षण
वायरल संक्रमण- गले में खराश, सर्दी- जुकाम और बुखार
मलेरिया - एक दिन छोड़कर बुखार आना, बच्चों में ठंड लगकर तेज बुखार आना, हीमोग्लोबिन कम होना
डेंगू- तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, आंखों के आस पास दर्द होना
टाइफाइड- पहले हल्का बुखार, चार से पांच दिन बात तेज बुखार, पेट दर्द, शरीर पर चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द
घबराएं नहीं, ये करें
- मच्छरों से बचाव करें
- घर के अंदर कूलर, फ्रिज की ट्रे, गमले में पानी ना भरा रहने दें
- दूषित खाद्य पदार्थ और पानी का सेवन ना करें
- तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें
- सरकारी अस्पतालों में निश्शुल्क जांच और इलाज की व्यवस्था की गई है
- खटमल सहित छोटे कीड़े पनपने पर बिस्तर का इस्तेमाल ना करें
- बारिश में नंगे पैर ना घूमें
- धूप में गद्दे, तकिया और बेडशीट सुखाएं
वार्डन को निर्देश दिए गए हैं, कूलर में पानी ना भरा रहे, जलभराव वाली जगहों से पानी की निकासी कराई जा रही है। प्राचार्य डॉक्टर प्रशांत गुप्ता, एसएन मेडिकल कॉलेज
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