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    DBRAU Agra Exam: बीएससी-एमएससी कृषि परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी, औटा का ग्रीष्मावकाश में परीक्षा का विरोध

    Updated: Wed, 11 Jun 2025 09:35 AM (IST)

    डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने बीएससी और एमएससी कृषि परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी किया है जिसका औटा विरोध कर रहा है। औटा गर्मी की छुट्टियों में परीक्षा कराने के खिलाफ है और उसने विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले पर नाराजगी जताई है। विश्वविद्यालय का कहना है कि परीक्षाएं शासन के आदेशानुसार कराई जा रही हैं।

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    डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विवि का फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, आगरा। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (औटा) द्वारा ग्रीष्मावकाश में परीक्षा से दूर रहने का एलान करने के बावजूद विश्वविद्यालय ने मंगलवार को बीएससी व एमएससी कृषि की परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया। बीएससी कृषि की परीक्षा 17 जून से शुरू होकर सात जुलाई तक होगी, जबकि एमएससी कृषि की परीक्षा 17 से 21 जून तक होगी। परीक्षा में 21 कालेजों के 12648 छात्र भाग लेंगे।

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    औटा द्वारा ग्रीष्मावकाश में परीक्षा व मूल्यांकन कराए जाने का विरोध किया जा रहा है। औटा ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बात नहीं माने जाने पर कृषि संकाय और बीएड की मौखिक प्रयोगात्मक परीक्षा में सहयाेग नहीं करने की बात कही थी।

    डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा जारी किया गया परीक्षा कार्यक्रम

    मंगलवार को विश्वविद्यालय ने बीएससी कृषि के द्वितीय, चतुर्थ व षष्टम सेमेस्टर और एमएससी कृषि के द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की मुख्य व पुन: परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया। औटा के परीक्षा से दूर रहने से विश्वविद्यालय प्रशासन को परीक्षा के आयोजन में मुश्किल हो सकती है।

    परीक्षा नियंत्रक डा. ओमप्रकाश ने बताया कि, शासन का आदेश है कि परीक्षा व मूल्यांकन के दौरान किसी को अवकाश नहीं मिलेगा। शासन के आदेश के अनुसार ही परीक्षा कराई जा रही है।

    शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार हो परीक्षा व अवकाश

    औटा के महामंत्री डा. संजय मिश्रा ने बताया कि, प्रमुख सचिव एमपी अग्रवाल ने छह जून को शैक्षिक कैलेंडर जारी किया था। इसके अनुसार ही विश्वविद्यालयों व कालेजों में पढ़ाई, परीक्षा व अवकाश होने चाहिए। औटा ने सत्र को नियमित करने में विश्वविद्यालय का पूर्ण सहयोग किया, लेकिन गर्मी की छुट्टियाें में शिक्षकों को परीक्षा में व्यस्त रखा जाना हठधर्मिता है। शिक्षकों के प्रति असंवेदनशीलता है। ग्रीष्मावकाश में शिक्षक परीक्षा से विरत रहेंगे।