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CFI महासचिव रऊफ को पांच दिन की रिमांड के बाद कोर्ट ने भेजा जेल, अब होगी दो मार्च को सुनवाई

पांच दिन की पूछताछ में आरोपित की निशादेही पर एसटीएफ ने राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर भड़काऊ पोस्टर और पर्चे बरामद किए हैं। संगठन के नेटवर्क के संबंध में भी एसटीएफ को कई अहम जानकारी एसटीएफ के हाथ लगी हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 04:29 PM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 04:29 PM (IST)
CFI महासचिव रऊफ को पांच दिन की रिमांड के बाद कोर्ट ने भेजा जेल, अब होगी दो मार्च को सुनवाई
जातीय दंगे भड़काने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार सीएफआइ महासचिव रऊफ शरीफ ने कई राज उगले हैं।

आगरा, जेएनएन। पीएफआइ की स्टूडेंट विंग (सीएफआइ) के राष्ट्रीय महासचिव केए राऊफ शरीफ का मंगलवार को पांच दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पूरा हो गया। एसटीएफ ने सुबह आरोपित को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय प्रथम अनिल कुमार पांडेय की अदालत पेश किया। यहां से अदालत ने आरोपित को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पांच दिन की पूछताछ में आरोपित की निशानदेही पर एसटीएफ ने भड़काऊ पोस्टर और पर्चे बरामद किए हैं। ये अयोध्या के राम मंदिर और बाबरी मस्जिद से संबंधित हैं। संगठन के नेटवर्क की पूछताछ में आरोपित ने एसटीएफ को कई अहम जानकारियां उपलब्ध कराई हैं। प्रदेश में सक्रिय संगठन के सदस्यों के नाम भी बताए हैं। एसटीएफ इसकी तस्दीक कर रही है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) नोएडा ने पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ), कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआइ) के राष्ट्रीय महासचिव केए राऊफ शरीफ को 18 फरवरी को पांच दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया था। रिमांड की समयावधि मंगलवार सुबह दस बजे समाप्त हो गई। एसटीएफ ने उससे पहले ही केए राऊफ को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय प्रथम अनिल कुमार पांडेय की अदालत पेश कर दिया। जिला शासकीय अधिवक्ता शिवराम सिंह ने बताया, सीएफआइ के राष्ट्रीय महासचिव केए राऊफ को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। उसकी न्यायिक हिरासत पर दो मार्च को सुनवाई होगी। एसटीएफ के डिप्टी एसपी विनोद सिरोही अपनी टीम के साथ कड़ी सुरक्षा में केए राऊफ मथुरा लेकर आए। एसटीएफ के एसआइ ब्रह्मप्रकाश सिंह भी मौजूद रहे। एसटीएफ के डिप्टी एसपी विनोद सिरोही केए राऊफ शरीफ से पांच दिन तक विभिन्न बिंदुओं पर पूछताछ की गई। उसकी निशानदेही पर कुछ भड़काऊ पोस्टर और पर्चे बरामद किए हैं। ये जो अयोध्या के राममंदिर और बाबरी मस्जिद से संबंधित हैं। बरामद किए गए पर्चे और पोस्टर में कुछ दो साल पहले छपवाए गए थे, जबकि कुछ नए छपवाए गए हैं। संगठन के नेटवर्क के संबंध में भी अहम जानकारियां एसटीएफ को मिली हैं। संगठन के कुछ सदस्यों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। ये उत्तर प्रदेश में देश-विरोधी गतिविधियों में सक्रिय बताए गए हैं। उनकी एसटीएफ तस्दीक कर रही है। केए राऊफ को विदेश से फंडिंग करने के कुछ स्रोतों का भी पता चला है। उनकी भी तहकीकात की जा रही है।

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केरल से से हुआ था गिरफ्तार 

पीएफआइ की स्टूडेंट विंग, सीएफआइ के राष्ट्रीय महासचिव केए राऊफ शरीफ पर विदेशी फंडिंग से देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केए राऊफ को तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट से 12 दिसंबर 2020 को गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय प्रथम की अदालत से बी वारंट लेकर एर्णाकुलम जेल में दाखिल किया था। राऊफ को केरल में जमानत मिल गई थी। एर्णाकुलम जेल प्रशासन की सूचना पर एसटीएफ ने राऊफ को गिरफ्तार कर लिया और 14 फरवरी को रिमांड मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया था। 17 फरवरी को अदालत ने एसटीएफ को पांच दिन का पीसीआर लेने के आदेश दिए थे। 18 फरवरी को एसटीएफ आरोपित को अस्थायी जेल से अपनी कस्टडी में पूछताछ के लिए लेकर गई थी। इससे पहले 5 अक्टूबर 2020 को हाथरस जाते समय सीएफआइ के सदस्य अतीकुर्ररहमान, मसूद, आलम और सिद्दीकी कप्पन को पकड़ा गया था। आरोपितों से ईडी ने पूछताछ में ही केए राऊफ शरीफ का नाम प्रकाश में आया था।


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