बाग से तोड़ा आम, बस यही था मासूम का कसूर, सजा दी ऐसी कि बड़े भी कांप जाएं
बाग मालिक के बेटे ने इतना पीटा कि बच्चा हो गया बेहोश। ढूंढ़ते हुए पहुंचे परिजन। उनके साथ भी की गालीगलौज।
आगरा, जेएनएन। पेड़ पर आम लटके दिख जाएं तो बच्चे क्या बड़ों का भी मन ललचा जाए। बच्चों से वैसे भी कुछ शरारती होते हैं। मासूमियत भरी शरारत में बच्चा आम के बाग में घुस गया और आम पर निशाना साधने लगा। इतने में नजर बाग मालिक के बेटे की पड़ गई। बच्चे से आम तो टूटा नहीं लेकिन बाग मालिक के बेटे ने मासूम को इतना बेरहमी से पीटा कि वह बेहोश होकर गिर पड़ा। आरोपित फरार हो गया। काफी देर बाद बच्चे के परिजन ढूंढ़ते हुए पहुंचे तो वह गंभीर हालत में मिला। दबंग परिवार के खिलाफ पुलिस भी कार्रवाई करने से बचती रही। 20 दिन बाद मुकदमा दर्ज हुआ है।
मामला मथुरा के सुरीर क्षेत्र के गांव बिरजी नगरिया का है। यहां के निवासी बनी ङ्क्षसह ने दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि उनका बेटा अभिषेक बीते छह मई को सुबह खेलने के लिए घर से बाहर निकला था। जब दोपहर तक वापस लौट कर नहीं आया तो काफी खोजबीन के बाद पता चला कि वह श्रीपाल ठाकुर के बाग की ओर गया है। वहां जाकर देखा तो बेटा बेहोश पड़ा मिला। वे घायल बेटे को घर ले आए। होश आने पर बालक ने बताया कि उसे बाग मालिक के बेटे गजेंद्र ने बहुत बुरी तरह मारा है। जब इसकी शिकायत करने के लिए वह बाग मालिक श्रीपाल के घर गए तो वहां आरोपित युवक गजेंद्र ने गाली-गलौज एवं जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें धमकी देकर भगा दिया था। बताया गया है कि इस घटना को लेकर पिछले 20 दिन से सुलह-समझौते का प्रयास चल रहा था। इंस्पेक्टर अनूप सरोज ने बताया कि घटना की तहरीर मिलने पर आरोपित युवक के खिलाफ मारपीट एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
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