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    Chamki At Taj: ताजमहल पर बरसेगा नूर या फिर बादल फेरेंगे अरमानों पर पानी, बुक हो चुकी हैं 400 टिकट

    Chamki At Taj शरद पूर्णिमा पर ताजमहल देखने का रहता है क्रेज। एक दिन पहले ही बुक करा ली थीं 400 टिकटें। 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद से बदल गया माहौल। रोक फिर पाबंदियों ने कम कर दिया चमकी का क्रेज।

    By Nirlosh KumarEdited By: Tanu GuptaUpdated: Sun, 09 Oct 2022 12:29 PM (IST)
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    शरद पूर्णिमा की रात ताजमहल पर चमकी के दर्शन करने आते हैं पर्यटक।

    आगरा, जागरण संवाददाता। आज शरद पूर्णिमा है। शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा की शीतल किरणें जब ताजमहल के धवल संगमरमरी हुस्न पर पड़ती हैं तो उसमें जड़े कीमती पत्थर दमक उठते हैं। देखने वाले इसी नजारे को चमकी कहते हैं। शरद पूर्णिमा के दिन इस नजारे को देखने के लिए पर्यटक वर्षभर इंतजार करते हैं। इस बार शरद पूर्णिमा पर मौसम जुदा है। रातभर बरसे मेघ सुबह से खामोश हैं। शाम को चंद्रमा के दर्शन हुए तभी चमकी दिखेगी। अन्यथा मौसम 400 टिकटों को बुक कराने वाले पर्यटकों के अरमानों पर पानी फेेर सकता है।

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    ताज पर रहता था चमकी का क्रेज

    शरद पूर्णिमा पर कभी ताजमहल में मेले जैसा नजारा रहता था। दूर-दूर से लोग चमकी देखने आया करते थे। पूरी रात ताजमहल खुलता था। ताजगंज में रहने वाले लोगाें की छतें भी भीड़ से घिरी रहती थीं। नाते-रिश्तेदार पहले से ही आ जाते थे। ताजमहल में फोरकोर्ट में टिकट विंडो बनाई जाती थीं और पेट्रोमैक्स की रोशनी में कर्मचारी व्यवस्थाओं को संभालते थे। पुलिस द्वारा फोरकोर्ट में चौकी बनाई जाती थी और पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी यहां मौजूद रहते थे।

    पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद लगी थी रोक

    वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद माहौल बदला। सुरक्षा कारणों से ताज रात्रि दर्शन पर पाबंदी लगा दी गई। इसके साथ ही ताजगंज के लोगों की ताजमहल से दूरियां बढ़ती चली गईं। 1996 के बाद तो पूरा परिवेश ही बदल गया। पर्यटन कारोबारियों ने सुप्रीम कोर्ट में ताजमहल को रात में खोलने की गुहार लगाई। नवंबर, 2004 में ताजमहल रात में खुलना शुरू हुआ, लेकिन पहले जैसी बात नहीं रही। जहां कभी हजारों लाेगों की भीड़ हुआ करती थी, वहां अब पाबंदियों ने संख्या सीमित कर दी। वर्तमान में एक दिन में अधिकतम 400 पर्यटक ही रात में ताजमहल देख पाते हैं। इसमें भी मुख्य मकबरे से 280.2 मीटर दूर स्थित वीडियो प्लेटफार्म से।

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    बादलों की वजह से मुश्किल

    शनिवार को रात में ताजमहल देखने की पर्यटकों की उम्मीदों पर वर्षा ने पानी फेर दिया था। शाम से शुरू हुई वर्षा पूरी रात होती रही। तााजमहल रात्रि दर्शन को पहुंचे पर्यटकों को ताजमहल नजर ही नहीं अाया था। इससे पर्यटकों के ताज रात्रि दर्शन के अरमानों पर पानी फिर गया था। रविवार को भी बादल छाए हुए हैं। बादल छाए रहे तो चमकी देखने के पर्यटकों के अरमानों पर पानी फिर जाएगा।