नए कृषि सुधार कानून के विरोध में लहराए मथुरा में काले झंडे, फूंका प्रधानमंत्री का पुतला
संयुक्त किसान मोर्चा नए कृषि सुधार कानूनों को वापस लिए जाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली में छह महीने से आंदोलन कर रहा है। मथुरा में संगठन से जुड़े किसानों ने बुधवार को काला दिवस मनाया है।
आगरा, जेएनएन। नए कृषि सुधार कानूनों को वापस लिए जाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून बनाने की मांग कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने बुधवार को काला दिवस मनाया। आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने अपने घर, वाहनों पर काले झंडे लगाए और हवा में लहराए। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया गया। किसानों के विरोध प्रदर्शन को रोकने को जिले की सीमा और किसानों के एकत्र होने के संभावित स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। यमुना एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा को आधा दर्जन थानों का फोर्स निगरानी में लगाया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा नए कृषि सुधार कानूनों को वापस लिए जाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली में छह महीने से आंदोलन कर रहा है। अभी तक सरकार ने किसानों की मांग स्वीकार नहीं की है। आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर भाकियू (टिकैत) ने अपने पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर आज काला दिवस मनाया। भाकियू के गढ़सौली स्थित कैंप कार्यालय पर काला दिवस मनाया गया। यूनियन के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया। इसके साथ ही अपने अपने घरों, वाहनों पर काले झंडे लगाए। यूनियन के नेताओं ने कहा कहा, जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होगी। आंदोलन जारी रहेगा। भाकियू के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर, अवधेश रावत, डा. संदीप, छोटू हलवाई, अर्जुन, सोनू प्रधान, हरपाल प्रधान, राजू तोमर, पप्पू तोमर, जगवीर सिंह, नरेश, बंटी तोमर, हरकेश, हक्कू, कलुआ, योगेंद्र तोमर, मनीराम, हरिचंद, कालू, मांगे लाल, मटरू, राजवीर, काका नरेंद्र तोमर और अजय ने काले झंडे हवा में लहराकर प्रधानमंत्री का प्रतीकात्मक पुतला भी दहन किया। भाकियू महानगर अध्यक्ष पवन चतुर्वेदी ने शहर में काला दिवस मनाया। श्रीजी बाबा आश्रम-किशोरी रमण इंटर कालेज मार्ग और चौबिया पाड़ा में काले झंडे लहराए। इधर, भाकियू के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को अलर्ट किया गया है। यमुना एक्सप्रेस वे की निगरानी के लिए थाना नौहझील, सुरीर, मांट, राया, जमुनापार, महावन और बलदेव पुलिस को तैनात किया गया है। जिले के बार्डर कोसीकलां, रासूलपुर, बिचपुरी, अरतौनी और रैपुराजाट, बरसाना, गोवर्धन पर भी पुलिस को अलर्ट किया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।