BAMS की उत्तर पुस्तिका बदलने का मामला, 13 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट, टेंपो चालक की गिरफ्तारी से खुला था मामला
Agra News अगस्त 2022 में पकड़ा गया था विश्चविद्यालय में उत्तर पुस्तिकाओं को बदलने का मामला। उत्तर पुस्तिका कांड में 14 बीएएमएस 26 एमबीबीएस छात्रों पर भी लटकी कार्रवाई की तलवार। पुस्तिकाओं की जांच में हस्तलेख मिलान अलग मिला था।
आगरा, जागरण संवाददाता। डाक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में हुए बीएमएस उत्तर पुस्तिका कांड में पुलिस ने 13 आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायाल में दाखिल की है। विश्चविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक कुलपति विनय पाठक का प्रकरण सामने आने के बाद सनसनीखेज मामला दो महीने से ठंडे बस्ते में पड़ा है। विनय पाठक समेत विश्वविद्यालय के अन्य घोटालों की जांच विशेष कार्यबल (एसटीएफ)पर थी। जिसके चलते पुलिस विवेचना की गति धीमी पड़ गई थी। विनय पाठक के खिलाफ लखनऊ में दर्ज भ्रष्टाचार का अभियोग सीबीआइ स्थानांतरित हो चुका है।
टेंपो चालक को किया था गिरफ्तार
डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएएमएस की उत्तर पुस्तिकाओं को बदलने का मामला 27 अगस्त 2022 को सामने आया था। पुलिस ने विश्चविद्यालय के टेंपो चालक देवेंद्र को गिरफ्तार किया था। वह परीक्षा केंद्रों से उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन केंद्र पर ले जाता था। गिरोह रास्ते में उत्तर पुस्तिकाओं को बदल देता था। पुलिस ने पूछताछ के बाद उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की थी। जिसमें हस्तलेख मिलान अलग पाया गया था।
12 लोगों को भेजा है जेल
जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ शिकंजा कसा। उनके खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित प्रपत्र तैयार करने, छल के लिए प्रयोग करने एवं परीक्षा अधिनियम की धारा के तहत अभियोग दर्ज किया। उत्तर पुस्तिका कांड में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जबकि एक आरोपित छात्र नेता राहुल पाराशर ने न्यायालय में समर्पण किया था। तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने उत्तर पुस्तिका कांड की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआइटी) का गठन किया था। जिसका प्रभारी पुलिस उपायुक्त विकास कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त सत्य नारायण, प्रभारी निरीक्षक हरीपर्वत अरविंद कुमार, उप निरीक्षक नीलम राणा, राजकुमार बालियान, योगेश को टीम में रखा था।
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तीन अभियोग किए गए हैं दर्ज
पुलिस ने आटो देवेंद्र को जेल भेजा था। पूछताछ में मिली जानकारी के बाद दिल्ली से डा. अतुल यादव को पकड़ा। जिसके बाद साल्वर पुनीत और दलाल दुर्गेश को गिरफ्तार किया गया। उनसे मिली जानकारी आैर उत्तर पुस्तिकाओं के हस्तलेख मिलान के बाद तीन और अभियोग दर्ज किए गए।
इन 13 आरोपितों के खिलाफ है आरोप पत्र
प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार के अनुसार विवेचना अभी जारी है। जेल में बंद आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया है। पहले आरोप पत्र में आटाे चालक देवेंद्र, डा. अतुल यादव, साल्वर पुनीत, दलाल दुर्गेश, छात्र नेता राहुल पाराशर, मूल्यांकन केंद्र का कर्मचारी उमेश, भीकम सिंह, पूर्व कर्मी शिवकुमार दिवाकर, फार्मेसी कालेज का कर्मचारी शैलेंद्र बघेल, एजेंसी के कर्मचारी अतुल कटियार, रविंद्र राजपूत, इजमाम को आरोपित बनाया है।
बीएमएस के 14 और एमबीबीएस के 26 छात्रों पर कार्रवाई की तलवार
पुलिस विवेचना में पता चला कि गिरोह ने बीएएमएस की उत्तर पुस्तिका ही नहीं बदली थीं।एमबीबीएस परीक्षा की उत्तर पुस्तिका भी बदली गई हैं। जांच के बाद 14 बीएएमएस और 26 एमबीबीएस के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं के हस्तलेख में भिन्नता पाई गई थी।ये माना गया कि उनकी उत्तर पुस्तिकाओं को साल्वर ने लिखा है। पुलिस ने इन सभी 40 लोगों को जांच के चिन्हित किया है। उनके हस्तलेख का नमूना लिया था। जिसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट आने पर इनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
छात्र नेता राहुल पाराशर से मिली हैं कई अहम जानकारी
छात्र नेता राहुल पाराशर ने न्यायालय में आत्म समर्पण कर दिया था। पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। जिसमें कई अहम जानकारी मिलीं। उसने पुलिस को बताया कि वर्ष 2016 से उत्तर पुस्तिकाओं को बदलने का काम कर रहा था।उसने पुलिस को विश्वविद्यालय के कई कर्मचारियों के नाम बताए थे। विवेचना में इन सभी पर शिकंजा कसेगा।
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