विधानसभा चुनाव-2027 का फार्मूला दे गए चंद्रशेखर... सपा-कांग्रेस सहित अन्य दलों की मुश्किलें बढ़ा गए सांसद
आगरा में आज़ाद समाज पार्टी कांशीराम के प्रबुद्धजन सम्मेलन में सांसद चंद्रशेखर ने दलितों पिछड़ों और मुस्लिमों से एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाई और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। सांसद ने समान शिक्षा और स्वास्थ्य बीमा की वकालत की। हाल ही में पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए।

जागरण संवाददाता, आगरा। आजाद समाज पार्टी कांशीराम सपा की तर्ज पर पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक फार्मूले पर आगे बढ़ रही है। सूरसदन प्रेक्षागृह में आजाद समाज पार्टी कांशीराम के प्रबुद्धजन सम्मेलन में आगामी चुनाव की लाइन स्पष्ट की गई। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, भीम आर्मी प्रमुख व नगीना सांसद एड. चंद्रशेखर आजाद 2027 विधान सभा चुनाव की पटकथा लिख गए।
किसी भी नेता का नाम लिए बिना उन्होंने सपा, कांग्रेस और भाजपा पर तीखे हमले किए। 15 वर्ष से उत्पीड़न और अभद्रता सहने का तंज कसकर अनुसूचित वर्ग से डॉक्टर भीमराव आंबेडकर और कांशीराम के मिशन को मजबूत करने का सहयोग मांगा, तो पिछड़ों और मुस्लिमों से एकजुट होकर सम्मान वापस पाने के लिए साथ आने का आह्वान किया। प्रश्न किया कि वर्ष 1992 में समाज की एक नेता को जैसे अपने यहीं से सत्ता की ताकत सौंपी थी, मुझे यहां बुला कर क्या वैसी ही ताकत देंगे?
सांसद बोले, कि याद करें कौन चाहता था कि हम पिछड़े रहें, अनपढ़ रहें और आगे न बढ़ पाएं, लेकिन हमारे महापुरुषों ने हमें सम्मान से जीने का हक दिलाया, अब बिखरकर हम फिर पिछड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि आगरा से मेरा प्यार पुराना है, क्योंकि इस धरती पर डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के आंसू गिरे थे, उन्होंने यहीं बौद्ध विहार स्थापित किया और उनकी अस्थियां भी यहीं रखी हैं। आगरा यूं ही नहीं बना, आगरा ने कई बार अपनी शक्ति दिखाई है। हम उनकी संतानें हैं और उनका कर्ज चुकाना जानते हैं।
चंद्रशेखर ने कहा, कि 75 वर्षों में हम आंबेडकरवादी प्रत्येक पद पर पहुंचे, डॉक्टर आंबेडकर का सिर्फ एक सपना शेष है, जो प्रधानमंत्री बनकर हम अवश्य पूरा करेंगे। हमारा नारा है जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े और मुस्लिम मिलकर पार्टी को मजबूत करें, तो आपके सम्मान की रक्षा का वचन मैं देता हूं। सभी पार्टियों ने आपको प्रयोग करके छोड़ दिया।
सांसद बोले, कि सत्ताधारियों ने महंगाई में धकेला, सरकारी नौकरियां खत्म करने की तैयारी है। भर्ती का पेपर लीक हो जाता है, नकल होती है, भर्ती हो, तो आरक्षण की अनदेखी होती है। बहन-बेटियों पर अत्याचार हो रहा है। मैं किसी सीएम का बेटा नहीं, न किसी की कृपा से यहां पहुंचा। भरोसा दिलाता हूं कि आपके सम्मान का भी ध्यान रखूंगा। याद रखें, आगरा से दिल्ली दूर नहीं है। हम समान शिक्षा, समान स्वास्थ्य बीमा जैसे कदमों के पक्षधर हैं। सुनील कुमार चित्तौड़, श्याम प्रकाश बोधि, विक्की आजाद, अनिल कदम, राम गोपाल बाबू, संतोष आनंद, अमजद कुरैशी, मुकेश ठेकेदार, सविता, राजू अंसारी, सौरभ दयाल मौजूद रहे।
पुलिस अधिकारी की कार्रवाई पर उठाए प्रश्न
दो दिन पहले एक अस्पताल में डा. आंबेडकर की फोटो लगे टाइल्स के मामले में विरोध करने पहुंचे पार्टी कार्यकर्ताओं से पुलिस ने गलत सुलूक किया। मैं कहना चाहता हूं, हम बहुत स्वाभिमानी हैं। अन्याय नहीं सकते। जिन्होंने अन्याय किया है, उन्हें हम छोड़ेंगे, नहीं। यदि दोषी हैं, तो कानूनी प्रक्रिया से सजा दीजिए, लेकिन जिस तरह से एक अधिकारी ने जातीय और सत्ता के घमंड में कार्यकर्ताओं का जो दमन किया है, हम उसे छोड़ेंगे नहीं। वह कैडर बदलवाकर भी चले गए, तो वहां से खींचकर आगरा लेकर आएंगे। हम पुलिस के विरुद्ध नहीं, उनका सम्मान करते हैं लेकिन अन्याय नहीं सहेंगे।
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