Awas Vikas: बांकेबिहारी की नगरी में आशियाना बनाने को करना होगा इंतजार, लटकी पड़ी है बड़ी आवासीय योजना
Awas Vikas छटीकरा-अल्लैपुर के मध्य आवास विकास परिषद की बहुप्रतीक्षित है योजना। भूमि अधिग्रहण अधूरा है। जनवरी में शुरू नहीं हो पाएगी छटीकरा आवासीय योजना। अभी तक 52 हेक्टेयर जमीन का हुआ है अधिग्रहण। वहीं किसान इस योजना को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं।

आगरा, अमित दीक्षित। अगर आप ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी वृंदावन में छटीकरा आवासीय योजना में भूखंड लेने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको अभी और भी इंतजार करना होगा। जमीन अधिग्रहण न हो पाने के कारण आवास विकास परिषद आगरा इस बहुप्रतीक्षित योजना को जनवरी 2023 में शुरू नहीं कर सकेगा। इस योजना में अभी तक 52 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हुआ है। आवास विकास परिषद द्वारा छटीकरा-अल्लैपुर योजना के लिए जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है। यह योजना वृंदावन से कुछ किमी की दूरी पर है। इस योजना के लिए 106 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। मथुरा जिला प्रशासन ने अभी तक 52 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण कर लिया है।
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मामला पहुंच गया कोर्ट में
किसानों को 233 करोड़ रुपये का मुआवजा बांटा गया है। किसानों ने मुआवजा की दर कम बताई और तीन माह पूर्व सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने डीएम मथुरा को मुआवजा की दर तय करने के लिए कहा। डीएम ने इसकी जांच कराई। किसानों को सर्किल रेट के आधार पर मुआवजा का वितरण किया गया था। इस पर डीएम ने किसानों के प्रत्यावेदन को निरस्त कर दिया। आवास विकास परिषद के अधीक्षण अभियंता एवी सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में मामला चला जाने के कारण जमीन अधिग्रहण में थोड़ी देरी हुई। जिला प्रशासन द्वारा 54 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। जल्द ही जमीन का अवार्ड होगा। सर्किल रेट के आधार पर किसानों को पूर्व की तरह मुआवजा का वितरण किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण अधूरा रहने के कारण जनवरी 2023 में आवासीय योजना को शुरू नहीं किया जा सकेगा।
हर दिन आते हैं लोग
आवास विकास परिषद कार्यालय, सिकंदरा में छटीकरा आवासीय योजना की जानकारी के लिए हर दिन तीन से चार लोग आते हैं। योजना शुरू न होने से इन्हें मायूसी हाथ लगती है।
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