आगरा किला मेंं जहांगीरी महल की रंग लौटाएगा, संवारी जाएगी कार्विंग भी Agra News
06 माह में पूरा होगा संरक्षण का काम। खराब हो चुकी रेड सैंड स्टोन पर बनी कार्विग को संरक्षित किया जाएगा। निर्माण सामग्री के लिए किया गया टेंडर। स्वयं काम कराएगा विभाग।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा किला स्थित जहांगीरी महल की पुरानी रंगत एक बार फिर लौटेगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा रेड सैंड स्टोन पर बनी खराब हो चुकी कार्विग को संवारा जाएगा। इसके लिए निर्माण सामग्री का टेंडर किया गया है। संरक्षण का कार्य एएसआइ द्वारा स्वयं कराया जाएगा।
एएसआइ द्वारा संरक्षित आगरा किला में जहांगीरी महल बना हुआ है। यह मुगल शहंशाह जहांगीर के रहने का स्थान था। रेड सैंड स्टोन से बनी इसकी दीवारों, कंगूरों, छज्जों, छत, पिलर, पिलर बेस आदि में कार्विग का सुंदर काम हो रहा है। इसमें अधिकांश डिजाइन राजस्थानी पैटर्न के हैं। समय के साथ पत्थरों के खराब होने से कई जगह से कार्विग का काम नष्ट होता जा रहा है। इसे देखते हुए एएसआइ ने जहांगीरी महल के संरक्षण को निर्माण सामग्री की आपूर्ति के लिए टेंडर जारी किया है। करीब 4.44 लाख रुपये से चूना, रेत, रेड सैंड स्टोन आदि खरीदे जाएंगे। जहां-जहां पर कार्विग का काम ज्यादा खराब हुआ है, वहां के पत्थरों को बदलकर कार्विग वाले नए पत्थर लगाए जाएंगे। यह काम जटिल होने व डिजाइन बनाने में काफी समय लगने से एएसआइ द्वारा यह काम ठेकेदारी पर न कराकर स्वयं कराया जाएगा। संरक्षण पर मजदूरी समेत करीब 25 लाख रुपये व्यय होंगे। इसमें छह माह का समय लगेगा। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि जहांगीरी महल में अधिक खराब हो चुकी कार्विग का संरक्षण होगा।
ये होना है कार्य
- 4.44 लाख रुपये से चूना, रेत, रेड सैंड स्टोन आदि खरीदे जाएंगे।
- 25 लाख रुपये व्यय होंगे मजदूरी सहित संरक्षण के कार्य पर।
- 06 माह में पूरा होगा संरक्षण का काम।
- खराब हो चुकी रेड सैंड स्टोन पर बनी कार्विग को संरक्षित किया जाएगा।
-निर्माण सामग्री के लिए किया गया टेंडर, स्वयं काम कराएगा विभाग।