कौन हैं भीमराव आंडेबकर विवि की कुलपति प्रोफेसर आशु रानी? राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिनका तीन साल बढ़ाया कार्यकाल
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रो. आशु रानी को डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में तीन वर्ष का सेवा विस्तार दिया है। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय को नैक से ए प्लस ग्रेड मिला था। कुलपति ने शोध और नवाचार को बढ़ावा देने रैंकिंग में सुधार करने और छात्रों के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, आगरा। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर आशु रानी को तीन वर्ष का सेवा विस्तार मिला है। कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को उप्र राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1973 की शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्हें अगले तीन वर्षों के लिए कुलपति नियुक्त किया।
इसका आदेश कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर सुधीर एम. बोबड़े द्वारा जारी किया गया। उन्हें सेवा विस्तार मिलने के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। आदेश जारी होने के बाद कुलपति को शुभकामनाएं देने विश्वविद्यालय के शिक्षक खंदारी परिसर स्थित उनके आवास पर पहुंचने लगे।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अगले तीन वर्षों के लिए नियुक्त किया कुलपति
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 29 सितंबर, 2022 को कोटा विश्वविद्यालय की प्रोफेसर आशु रानी को डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया था। उन्होंने एक अक्टूबर, 2022 को कार्यभार ग्रहण किया था। तीन वर्ष पूरा होने पर उनका कार्यकाल एक अक्टूबर को पूरा होने जा रहा था। उससे एक दिन पूर्व ही मंगलवार को उन्हें तीन वर्ष का सेवा विस्तार प्रदान कर दिया गया। कुलपति ने नए कार्यकाल के लिए आवेदन किया था।
एक अक्टूबर को पूरा हो रहा था कार्यकाल, एक दिन पूर्व मिला सेवा विस्तार
राज्यपाल कार्यालय में साक्षात्कार के बाद ही यह निश्चित माना जा रहा था कि डनहें दोबारा मौका मिल सकता है। विश्वविद्यालय में दिनभर आदेश का इंतजार होता रहा। दोपहर में आदेश आते ही शिक्षकों व विद्यार्थियों में प्रसन्नता की लहर दौड़ गई। सेवा विस्तार पाने वाली विश्वविद्यालय की वह पहली कुलपति बताई जा रही हैं। वह विश्वविद्यालय की पूर्णकालिक पहली महिला कुलपति भी हैं। उनसे पूर्व प्रो. प्रतिमा अस्थाना कुलपति रही थीं, लेकिन वह कार्यवाहक थीं।
नैक में ए प्लस ग्रेड, एनआइआरएफ रैंकिंग में हुआ सुधार
कुलपति प्राे. आशु रानी के कार्यकाल में विश्वविद्यालय को पहली बार नेशनल असिस्मेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल (नैक) से ए प्लस ग्रेड मिला। इससे विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। वर्ष 2025 की राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग (एनआइआरएफ) को शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में स्थान मिला। यह ऐतिहासिक उपलब्धि रही। प्रो. आशु रानी ने विश्वविद्यालय को ग्रीन कैंपस बनाने, सामाजिक अभियानों व छात्र केंद्रित गतिविधियों को बढ़ावा देने, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, शोध परियोजनाओं को प्रोत्साहन पर जोर दिया।
शोध और नवाचार के साथ रैंकिंंग सुधार पर रहेगा ध्यान
कुलपति प्रो. आशु रानी ने तीन वर्ष का सेवा विस्तार मिलने के बाद दैनिक जागरण से वार्ता में कहा कि अगले कार्यकाल में उनका ध्यान शोध और नवाचार को बढ़ावा देने पर रहेगा। छात्र-छात्राओं के कौशल विकास को उन्हें विभिन्न उद्योगों में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, जिससे कि शिक्षा पूरा करते ही उन्हें नौकरी मिल सकें।
कुलपति ने कहा शताब्दी वर्ष में वर्ष पर्यंत होंगे कार्यक्रम
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की नैकर व एनआइआरएफ रैंकिंग में और सुधार कराने को वह पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगी। विश्वविद्यालय को क्यूएस वर्ल्ड यूनवर्सिटी रैंकिंग और क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैँंकिंग में स्थान दिलाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष पर वार्ता करते हुए कुलपति ने बताया कि शताब्दी वर्ष को धूमधाम से मनाने की योजना है। केंद्र सरकार व राज्य सरकार को इसके लिए प्रस्ताव भेजेंगे। इंफ्रास्ट्रक्वचर को बेहतर बनाने के साथ ही स्थायी फैकल्टी की भर्ती को प्रयास किए जाएंगे। अगले वर्ष जुलाई में 100वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा। वर्ष पर्यंत शताब्दी समारोह में कार्यक्रम होंगे।
संबद्ध कॉलेज को नैक ग्रेड दिलाने को मिलकर करेंगी काम
कुलपति ने छात्रों की समस्याओं के सवाल पर कहा कि छात्रों की डिग्री व मार्क्सशीट से संबंधित समस्याओं का समाधान किया गया है। उनकी अन्य समस्याओं का समाधान कराते हुए उनकी मांग पर नए कोर्स शुरू कराए जाएंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हाईटेक इंस्ट्रूमेंटल लैब पर काम किया जाएगा। उनका प्रयास रहेगा कि विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेज भी नैक से ग्रेडिंग प्राप्त करें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।