सस्ता सामान खरीदने के झांसे में आ गए व्यापारी, साइबर ठग ने आईएएस अफसर का परिचित बताकर ठगे रुपये
आगरा में एक व्यापारी साइबर ठगी का शिकार हुआ। एक ठग ने खुद को सीआरपीएफ जवान बताकर घर का सामान बेचने का झांसा दिया और 75 हजार रुपये ठग लिए। ठग ने खुद को आईएएस अधिकारी का परिचित बताकर व्यापारी को विश्वास में लिया। शक होने पर व्यापारी ने आईकार्ड मांगा और वीडियो कॉल करने को कहा जिसके बाद ठग ने कॉल काट दी।

जागरण संवाददाता, आगरा। साइबर ठग ने खुद को सीआरपीएफ जवान बताते हुए घर का सामान बेचने का झांसा देकर व्यापारी से 75 हजार रुपये ठग लिए। व्यापारी को झांसे में लेने के लिए खुद को आईएएस अधिकारी का परिचित भी बताया। शक होने पर व्यापारी ने पहले आईकार्ड मांगा, इसके बाद वीडियो काल करने के लिए कहा। इस पर साइबर अपराधी ने कॉल काट दी। पीड़ित व्यापारी ने साइबर थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है। पुलिस जांच कर रही है।
सीआरपीएफ जवान बताकर घर का सामान बेचने का दिया झांसा
न्यू विजय नगर कॉलोनी हरीपर्वत में रहने वाले अजय मित्तल ने दर्ज मुकदमे में कहा है कि 10 जुलाई को वाट्सएप पर संतोष कुमार नाम के व्यक्ति का फोन आया। उसने खुद को सीआरपीएफ का जवान बताया। कहा कि उसका ट्रांसफर हो गया है, इसलिए वह अपने घर का सामान बेचना चाहता है। इसके बाद उसने 11 जुलाई की सुबह सामान की फोटो और रेट लिस्ट वाट्सएप पर भेज दी।
शक होने पर वीडियो कॉल करने की कहने पर काट दिया फोन
साइबर ठग ने कुनाल शर्मा नाम के व्यक्ति को आईएएस अधिकारी बताते हुए अपना परिचित बताया। उनका फोटो भी वाट्सएप पर शेयर किया। टीवी, फ्रिज आदि घरेलू सामान सस्ता मिलता देख व्यापारी साइबर ठग के झांसे में आ गए। उन्होंने अपनी पत्नी के यूपीआई से नितेश दुबे नाम के व्यक्ति के नंबर पर 75 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ देर बाद ठग ने फिर से 41 हजार रुपये मांगे।
इस पर उन्हें शक हुआ तो उन्होंने आईकार्ड भेजने और वीडियो कॉल करने के लिए कहा। इस पर साइबर ठग ने फोन काटने के साथ ही मोबाइल बंद कर लिया। ठगी का शिकार हुए व्यापारी ने जानकारी साइबर थाने में दी। पुलिस ने जांच के बाद मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
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