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    agra tourist places समर में रोमांच के साथ नेचर का लीजिए मजा, बनाइये आगरा और आसपास के इन जगहों का प्लान

    By Abhishek SaxenaEdited By:
    Updated: Mon, 09 May 2022 12:10 PM (IST)

    agra tourist place तपती धूप में स्मारकों के गर्म पत्थर झुलसा रहे हैं। गर्मी और तपिश के बीच घूमने के लिए कुछ ऐसी जगह आपके पास ही मौजूद हैं जहां पर्यटन ...और पढ़ें

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    Agra Tourist Place आगरा और आसपास कई ऐसे स्थान हैं जहां गर्मी में राहत मिलेगी।

    आगरा, जागरण टीम। गर्मी का मौसम पूरे शबाब पर हैं, उत्तर भारत में तेज धूप और लू से हर कोई बेहाल है। हालांकि आने वाले कुछ ही दिनों में छुट्टियां शुरू हो रही हैं और लोग घूमने के लिए निकलेंगे। आगरा और उसके आसपास के सटे जिलों में गर्मी के मौसम में भी घूमने का प्लान बनाया जा सकता है। ये जगह आपके मन को ताजगी देंगी साथ ही आप नेचर के नजदीक भी अपने आप को महसूस करेंगे। ऐसी ही कुछ जगहें हैं जहां एक दिन में आप अपना टूर कर सकते हैं। ये स्थान आपकी जेब पर भी अधिक बोझ नहीं डालेंगे।

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    समान पक्षी विहार

    मैनपुरी जनपद में विकास खंड किशनी के समान में 526 हेक्टेअर में शासन ने पक्षी विहार की स्थापना कराई है। यहां बनी झील देशी विदेशी पक्षियों को आकर्षित करती है। हर साल लगभग चार से पांच हजार किमी लंबी उड़ान भरकर विदेशी परिंदे साइबेरिया, मध्य चीन, आस्ट्रेलिया और मंगोलिया के अलावा हिमालय के तराई वाले क्षेत्रों से भी आते हैं।

    ये पक्षी होते हैं आकर्षण का केंद्र:

    पक्षी विहार में लिटिल कार्मोरेंट, लार्ज कार्मोरेंट, पर्पिल, हेरान, ग्रेहेरान, पर्पिल मोर हेन, गेडवाल, छोटा लालसर, ब्रिजन, कामन फीचर्ड, स्पार्ट बिल डक, वाइटनेट स्ट्राक, किंगफिशर, ब्रजबिन जैकान आदि प्रजाति के पक्षी आते हैं। आगरा से करीब 135 दूर किलोमीटर दूर मैनपुरी जनपद में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और हाईवे के द्वारा पहुंच सकते हैं।

    पटना पक्षी बिहार

    आगरा से करीब 45 किलोमीटर दूर जलेसर स्थित पटना पक्षी विहार मेहमान परिदों की कलरब के लिए जाना जाता है। यहां की मनोरम झील का आकार बढ़ गया है। झील का पानी पर्यटकों को आकर्षित करता है। ये झील पक्षी विहार के सौंदर्य में चार-चांद लगाती है। यहां नौकायन का भी मौका सैलानी उठाते हैं। पर्यटन स्थल पटना पक्षी विहार में मेहमान परिदे पहुंचते हैं। आगरा से यहां बस और अपने वाहनों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।

    ब्रज में पक्षी विहार कई जिलों में है, लेकिन पटना पक्षी विहार में खजूर का वन पर्यटकों को अधिक आकर्षित करता है। झील किनारे इस वन में पक्षी विचरण करते हैं और उनका कोलाहल लोगों का मन मोह लेता है।

    पटना पक्षी विहार आने वाले पर्यटकों के ठहरने के लिए जिला मुख्यालय पर तमाम होटल उपलब्ध हैं। पर्यटक आगरा में भी स्टे करके पटना पक्षी विहार आकर एक दिन में वापस लौट सकते हैं। पटना पक्षी विहार जाने के लिए वर्षभर मौसम मुफीद रहता है।

    सूर सरोवर पक्षी विहार, कीठम झील

    आगरा की गोद में इठलाती कीठम झील यानी सूर सरोवर पक्षी विहार में कलरव मद्धिम गति गूंज सुनाई देती है। पानी से लबालब सरोवर और उसके आसपास दूर-दूर तक फैली हरियाली। हरे-भरे पेड़ों की शाखाएं लोगों को अपनी ओर खींचती हैं। सीजन के दौरान 300 हेक्टेअर की झील के टापुओं पर अंदर की ओर फ्लेमिंगो को उड़ान भरते हुए देखा जा सकता है। यहां बार हेडेड गूज, फ्लेमिंगों, पेलिकन, स्पून बिल, कूट, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, ग्रे क्रेस्टेड्र ग्रेब, ब्लैक टेल्ड गोविट, शावलर, ग्रे लेग गूज, कामन ग्रीन शेंक, कारमोरेंट, कामन सैंडपाइपर, स्पट बिल्ड डक, कांगो डक, व्हिसलिंग टील, ब्लैक नेक्ड स्टार्क की चहचहाहट सुनाई देती है। आगरा-मथुरा हाईवे पर ये स्थान हैं और यहां आसानी से घूमा जा सकता है।

    सूर सरोवर पक्षी विहार: एक नजर

    -सूर सरोवर पक्षी विहार का गजट 27 मार्च, 1991 को हुआ था।

    -पक्षी विहार 400 हेक्टेअर क्षेत्र में फैला है।

    -300 हेक्टेअर क्षेत्र में मानव निर्मित झील है। इसे गर्मियों में आगरा को पानी की आपूर्ति के लिए बनाया गया था।

    -विहार में करीब 80 प्रजातियों के पक्षी मिलते हैं, जो झील व जमीन पर रहते हैं।

    -यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या करीब 20 हजार है।

    यहां करीब 60 तरह की मछलियां झील में हैं।

    चंबल सेंक्चुरी

    आगरा के पास चंबल सेंक्चुरी सैलानियों के लिए पक्षियों की कलरव के साथ चंबल नदी का रोमांच पैदा करने वाला स्थान है। चंबल का शांत वातावरण, स्वच्छ जल व पर्याप्त भोजन मिलने की वजह से यहां विदेशी परिंदों की संख्या हर साल रहती है। यहां की हरियाली मन को मोह लेती है, गर्मियों के मौसम में यहां तापमान शहर के मुकाबले कम रहता है। आगरा से यहां बस और ट्रेन के माध्यम से आसानी से आया जा सकता है। इटावा से भी यहां पहुंचने का आसान रास्ता है। यहां चंबल में मौजूद डाल्फिन, घड़ियाल, मगरमच्छ और कई अन्य प्रजाति के जीव जंतु लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं।