Agra To Gwalior की दूरी अब मात्र एक घंटा, Green Field Highway के लिए 14 गांव शामिल, 2024 तक होगा काम पूरा
Agra News 87 किलोमीटर ग्रीनफील्ड हाईवे 2024 के लिए 14 गांव हुए शामिल। आगरा से ग्वालियर के बीच बन रहा है ये हाईवे। हाईवे काे जोड़ा जाएगा इनररिंग रोड से। वर्तमान में आगरा से ग्वालियर की दूरी है 120 किमी। महज एक घंटे में पहुंचेंगे ग्वालियर।
आगरा, जागरण टीम। आगरा से ग्वालियर के बीच करीब 87 किलोमीटर ग्रीनफील्ड हाइवे सिक्सलाइन बनाया जाएगा। वर्तमान में जबकि आगरा से ग्वालियर हाईवे की दूरी तय करने के लिए करीब 120 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड हाईवे आगरा के लखनऊ एक्सप्रेसवे के इनर रिंग से जुड़ते हुए देवरी होते हुए थाना इरादतनगर क्षेत्र के 14 गांव से गुजरकर राजस्थान से निकल ग्वालियर पहुंचेगा। ग्रीनफील्ड से आगरा से ग्वालियर तक कि दूरी महज एक घण्टे ही रह जायेगी।
देवरी रोड पर लखनऊ एक्सप्रेस वे इनर रिंग रोड से आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की शुरुआत होगी। जिसमे आगरा से ग्वालियर तक 65 गांव इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे में शामिल होंगे। 502 हेक्टेयर भूमि पर आगरा ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। देवरी से लेकर इरादतनगर क्षेत्र के 14 गांव शामिल किया गया है। देवरी से लेकर इरादतनगर क्षेत्र के 14 गांव के आसपास सर्वे पूर्ण हो चुका है। एनएचआई के सर्वे के अनुसार देवरी से लेकर सिक्सलेन ग्रीनफील्ड में 14 गांव आगरा, 18 धौलपुर व मुरैना के 32 गांव शामिल किए गए हैं। जल्द ही अन्य प्रक्रिया और अनुमतियों की कवायद शुरू हो जाएगी।
एनएचआइ का सर्वे 14 गांव में पूर्ण, बैंच मार्क लगाए
देवरी, सलेमाबाद, ककरारी, करोधना फूलपुर, नगलापाटम, लुहटा,तौर गुहर्राबाबरपुर, शेरपुर, सदुपुरा, पुसेता, डॉड़की, महादेवा आदि सभी गांव में एनएचएआई की टीम ने सेटेलाइट मैपिंग, हाई अलाइनमेंट, बेंचमार्क का कार्य पूर्ण कर सर्वे पूरा कर लिया गया है। वही मिली सूचना के अनुसार जल्द ही आगरा प्रशाशन के साथ जॉइंट सर्वे भूमि अधिकग्रहण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
2024 तक होगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे पूर्ण
आगरा से ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को आगरा यमुना एक्सप्रेसवे की तर्ज पर बनाया जाएगा। जल्द ही जॉइंट सर्वे के बाद निजी व सरकारी, जमीनों के संबंधित जानकारियों को जुटा कर प्रशासन तेजी से कार्य शुरू कर देगा। तमाम तरह की अनुमति से लेकर भूमि अधिग्रहण कर निर्माण को तेजी परिक्रिया में लाकर साल 2024 तक पूरा किये जाने की संभावना बताई जा रही है।