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    क्रिप्टो से विदेश में डील... कंबोडिया-दुबई के ठगों से मिलता था मोटा कमीशन, आगरा में साइबर ठगी का बड़ा खुलासा

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 03:07 PM (IST)

    आगरा पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह कंबोडिया और दुबई में बैठे साइबर ठगों के लिए काम करता था। आरोपितों ने लोगों को नौकरी और सरकारी योजनाओं का लालच देकर बैंक खाते खुलवाए थे। पुलिस ने इनके पास से एक ऐसे खाते की जानकारी प्राप्त की है जिसकी लिमिट 10 हजार करोड़ रुपये है।

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    आगरा पुलिस ने गिरफ्तार किए साइबर ठगी के आरोपित।

    जागरण संवाददाता, आगरा। पुलिस ने साइबर ठगी के बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस टीम ने 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एक बैंक खाते में साइबर ठगी के करोड़ों रुपये आने वाले थे। इसीलिए गैंग के सभी सदस्य आगरा में एकत्रित हुए। पुलिस ने सभी को ट्रांस यमुना के एक होटल से गिरफ्तार किया है।

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    एडीसीपी आदित्य ने दी जानकारी

    एडीसीपी आदित्य ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पकड़े गए आरोपित कंबोडिया, दुबई में बैठे साइबर ठगों के लिए काम करते हैं। ये लोग भोले−भाले लोगों को नौकरी व सरकारी योजनाओं का लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाकर उसकी डिटेल विदेश में बैठे साइबर ठगी गैंग के सदस्यों के देते थे। पकड़े गए लोगों के पास से एक बैंक एकाउंट की जानकारी मिली है, जिसकी लिमिट दस हजार करोड़ रुपये हैं।

    कर्नाटक के एक व्यक्ति को आरोपिताें ने नौकरी का झांसा देकर खुलवाया

    कर्नाटक के एक व्यक्ति को आरोपितों ने नौकरी का झांसा देकर खाता खुलवाया। इस खाते की 50 करोड़ रुपये लिमिट है। आरोपित उस व्यक्ति को लेकर आगरा आए और यहां पर उनके अन्य साथी भी एकत्रित किए। सभी लोग कर्नाटक के व्यक्ति के खाते में साइबर ठगी की धनराशि आने का इंतजार कर रहे थे।

    क्रिप्टो के जरिए विदेश में भेजते थे रुपये

    पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि जिस व्यक्ति के नाम से खाता खुलवाते हैं, उसे साइबर ठगी की धनराशि उसके खाते में आने तक अपने पास रखते हैं। इससे उस व्यक्ति को रुपये आने की जानकारी नहीं होती है। साथ ही शिकायत होने का खतरा भी नहीं रहता है। रुपये निकालने के बाद उसे व्यक्ति को जाने देते हैं। आरोपित ठगी के रुपये क्रिप्टो के माध्यम से विदेश में बैठे साइबर ठगों को भेजते थे। उन्हें खाते उपलब्ध कराने पर कुल रकम का दो से पांच प्रतिशत कमीशन मिलता है।

    चार आगरा के, चार गाजियाबद और एक नेपाल का आरोपित

    इस बार कमीशन की धनराशि 30 प्रतिशत तय हुई थी। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में चार आगरा के, चार गाजियाबाद के एक नेपाल का शामिल है।