चौराहे पर लुटता चीर, प्यादे से पिट गया वजीर
केंद्रीय ¨हदी संस्थान में आयोजित दो दिवसीय अटल गीत गंगा कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी की रचनाओं की गूंज रही। उनकी कविता गीत आओ फिर से दीया जलाएं, चौराहे पर लुटता चीर, प्यादे से पिट गया वजीर, वर्तमान की बाजी हारे,जीवन बीत चला आदि को गजल गायक सुधीर नारायण ने अपनी आवाज में पिरो कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जागरण संवाददाता, आगरा: केंद्रीय ¨हदी संस्थान में आयोजित दो दिवसीय अटल गीत गंगा कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी की रचनाओं की गूंज रही। उनकी कविता गीत आओ फिर से दीया जलाएं, चौराहे पर लुटता चीर, प्यादे से पिट गया वजीर, वर्तमान की बाजी हारे,जीवन बीत चला आदि को गजल गायक सुधीर नारायण ने अपनी आवाज में पिरो कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में दीपक त्रिपाठी ने सोहर प्रस्तुत कर दर्शकों की तालिया बटोरीं। अतिथियों का स्वागत करते हुए अटल गीत गंगा के संस्थापक अशोक चौबे ने कहा कि अटलजी ने देश के हर वर्ग के विकास के लिए काम किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्वर्गीय कल्पना चावला के पिता बीएन चावला ने मा सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने अटल पर व्याख्यान प्रस्तुति प्रतियोगिता में भाग लेने वाले 40 बच्चों को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर केंद्रीय ¨हदी संस्थान के शैक्षिक समन्वयक हरिशकर, पूर्व मेयर बेबीरानी मौर्य, अंजुला सिंह माहौर, बबिता चौहान, भाजपा महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे, उदयवीर सिंह, मोहित जैन, संजीव चौबे, दीपक चतुर्वेदी, श्याम चौधरी, संजय पाडे, विशाल शर्मा आदि मौजूद थे। संचालन अशोक चौबे व धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संजीव यादव ने दिया।
इन्हें दिया अटल सम्मान
विभा त्रिपाठी, हीरालाल यादव, अनिल पाडे, दीपक त्रिपाठी, निर्मला दीक्षित, डॉ.आनंद राय, डॉ. रवि नारंग, डॉ.एके सिंह, डॉ.जीएस राणा, सुधीर नारायण को अटल सम्मान से नवाजा गया।
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