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    Stray Dogs: भीषण गर्मी में चिड़चिड़ाने लगे कुत्ते... पर्यटकों और रात में वाहन चलाने वालों को काट रहे

    Updated: Mon, 02 Jun 2025 04:16 PM (IST)

    आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। गर्मी से कुत्ते चिड़चिड़े होकर हमला कर रहे हैं खासकर पर्यटकों और रात में वाहन चलाने वालों पर। शहर में लगभग एक लाख आवारा कुत्ते हैं और हर दिन सैकड़ों लोग एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने अस्पताल पहुंच रहे हैं। कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की जा रही है और लोगों को कुत्ता काटने पर तुरंत इलाज कराने की सलाह दी गई है।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। भीषण गर्मी के कारण आम लोग प्रभावित हो रहे हैं तो पशुओं भी आक्रामक होते जा रहे हैं। शहर में एक लाख से अधिक आवारा कुत्तों का आतंक है। गर्मी के कारण इनमें चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है, बड़ों और बच्चों सभी को शिकार बना रहे हैं। ताजमहल सहित दूसरे स्मारक देखने आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं।

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    वहीं शहर की विभिन्न गलियों, पाश इलाकों में भी आवारा आतंक बढ़ रहा है। रात में निकलने वाले दोपहिया वाहन सवारों काे ये दौड़ाते हैं और अनियंत्रित होकर वाहन सवार चोटिल हो जाते हैं। शहर में 90 हजार से अधिक आवारा कुत्तों के आतंक से जिला अस्पताल में प्रतिदिन 350 से 400 लोग एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं।

    शहर की गलियों, कालोनियों में बढ़ रहे कुत्तों का डाेमीसायल चेंज नहीं किया जा सकता है। न्यायालय के इस आदेश के कारण इनको हटाना और शेल्टर होम में पहुंचाया नहीं जा सकता है। बढ़ती संख्या पर नियंत्रण के लिए कुत्तों की नसबंदी और एंटी रैबीज इंजेक्शन देने का कार्य चल रहा है।

    रैबीज फ्री बनाने के लिए चल रहा है काम

    शहर को रैबीज फ्री बनाने के लिए तीन वर्ष में से पहले वर्ष और पहले चरण का काम पूरा हो चुका है, जबकि दूसरे की शुरुआत हो गई है। आवारा आतंक से प्रभावित कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां रोज घटना होती है। आवास विकास, लोहामंडी शास्त्रीपुरम, सिकंदरा, महर्षिपुरम, लायर्स कालोनी, खंदारी, कमला नगर, ताजगंज सहित अन्य क्षेत्रों में रात को दोपहिया से निकलना मुश्किल होता है। सिकंदरा-बोदला रोड, इससे जुड़े संपर्क मार्ग, गलियाें का बुरा हाल है।

    बाइकों के पीछे पड़ जाते हैं कुत्ते

    लोहामंडी निवासी अमर सिंह ने बताया कि रात 10 बजे के बाद घर लाैटता हूं। कुत्ते पीछे पड़ जाते हैं। पश्चिमपुरी निवासी विवेक ने बताया एक कंपनी में सेल्स का कार्य देखते हैं। सिकंदरा बोदला रोड पर और औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने वाले रोड पर कुत्ते झुंड में बैठे रहते हैं। वाहन के पीछे दौड़ लगाते हैं। एक बार फिसलकर गिर भी चुका हूं। आवास विकास सेक्टर सात निवासी गजेंद्र ने बताया कि मुख्य मार्ग से घर तक पहुंचने में कुत्तों का झुंड पीछे पड़ जाता है। स्कूटर को तेज गति से दौड़ाना पड़ता है। क्षेत्र के कई लोगों को काट भी चुके है।

    गर्मी के कारण चिड़चिड़े हो जाते हैं कुत्ते

    पशु कल्याण अधिकारी डा. अजय कुमार ने बताया कि कुत्ते भीषण गर्मी के कारण चिड़चिड़े हो जाते हैं। इस दौरान अनावश्यक लोगों के पीछे दौड़ना भी उनके स्वभाव में आ जाता है। न्यायालय के आदेश के कारण कुत्तों की नसबंदी कर और एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाकर उसी क्षेत्र में छोड़ दिया जाता है। शहर को रैबीज फ्री बनाने के लिए गत वर्ष 26 जनवरी से अभियान चल रहा है।

    कुत्ता काटने पर ये करें

    घाव को साफ पानी और साबुन से पांच मिनट तक धोएं।

    एआरवी की पहली डोज जल्द से जल्द लगवा लें

    तीसरे दिन एआरवी की दूसरी डोज

    सातवें दिन एआरवी की तीसरी डोज

    28वें दिन एआरवी चौथी डोज लगाई जाती है।

    घाव ज्यादा होने पर तुरंत इम्युनोग्लोबिन लगवा लें।

    कुत्ते पर नजर रखें, यह मर जाता है तो इलाज में लापरवाही बिलकुल न करें।