SSC और COD में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पांच गिरफ्तार
आगरा में एसटीएफ ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) और सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो (सीओडी) में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के सरगना समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके पास से एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।

जागरण संवाददाता, आगरा। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) और सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो (सीओडी) में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही थी। एसटीएफ ने बुधवार देर रात न्यू आगरा क्षेत्र से गिरोह के सरगना समेत पांच को गिरफ्तार कर इसका पर्दाफाश कर दिया। आरोपितों के पास से सीओडी से जुड़े एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, अंकपत्र सहित अन्य कागजात बरामद किए गए हैं। आरोपितों ने नौकरी के नाम पर ठगी की बात स्वीकार की है। उनके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी की जा रही है।
फिरोजाबाद के शंकरपुर चंद्रवार निवासी पवन कुमार और फतेहाबाद निवासी आकाश ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह की शिकायत तीन सितंबर को एसटीएफ आगरा यूनिट में की थी। उन्होंने शिकायत की थी कि आर्मी बेस वर्कशाप में नौकरी लगवाने के नाम पर गैंग ने सात लाख रुपये लिए थे।
नौकरी न लगने पर एक लाख रुपये वापस कर दिए, लेकिन अन्य रकम आरोपितों ने वापस नहीं की। आरोपितों ने रुपये मांगने पर मारपीट भी की थी। पवन की शिकायत पर एसटीएफ ने गिरोह को पकड़ने को जाल बिछाया लिया। बुधवार रात 12 बजे एसटीएफ के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा के नेतृत्व में टीम ने अबुल उलाह दरगाह के पास से कार में मौजूद पांच ठगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपितों ने अपने नाम धर्मवीर उर्फ धर्मा निवासी जलालपुर फतेहाबाद, देवेंद्र सिंह निवासी पक्कापुरा टडावली फतेहाबाद, अनूप निवासी खेरा भगौर मानखेड़ा मलपुरा, हरेश पाठक निवासी मानखेड़ा अकोला मलपुरा व पारस चाहर निवासी लाड़म अकोला मलपुरा को गिरफ्तार किया है।
इसके पास से आर्मी बेस वर्कशाप प्रयागराज के चार एडमिट कार्ड, इलेक्ट्रिशियन 510 आर्मी बेस वर्कशाप का एक एडमिट कार्ड के अलावा पैनकार्ड, आधारकार्ड, निवास प्रमाणपत्र, टोकन नंबर 381 मोहर लगा हुआ व मूल अंकपत्र हाईस्कूल-इंटरमीडिएट के बरामद किए हैं। एसटीएफ ने कार और एक बाइक भी बरामद की है। एसटीएफ उनके फरार दो साथी प्रेमचंद्र वर्मा निवासी सफीपुरा बसई मोहम्मदपुर व रिंकू सिंह स्वारा फतेहाबाद की तलाश में जुटी है।
एसटीएफ के अनुसार पकड़े गए आरोपित एसएससी, सीओडी व आर्मी बेस भर्ती में साल्वर बैठाकर व कागजों में छेड़छाड़ करके भर्ती कराते हैं। साथ ही भर्ती के नाम पर युवाओं से ठगी भी करते हैं। इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया कि धर्मवीर, देवेंद्र व प्रेमचंद्र वर्मा नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करते हैं। जबकि अन्य आरोपित बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाकर इनके पास लेकर आते थे।
फर्जी दस्तावेजों से देवेंद्र ने पाई थी असम रायफल में नौकरी
एसटीएफ इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया कि आरोपित देवेंद्र कागजों के आधार पर असम रायफल में सिपाही के पद पर भर्ती हो गया था। इसी वर्ष कागजों की जांच शुरू होने पर वह वहां से भाग आया है। उसके कागजात वहीं पर जमा हैं।
कागजों में भी मिली गड़बड़ी
एसटीएफ की ओर से बरामद किए गए एडमिट कार्ड व आधारकार्ड में युवकों के नाम और पते अलग-अलग मिले हैं। एडमिट कार्ड सहित कुछ दस्तावेजों में पता जींद हरियाणा के मिले हैं। माना जा रहा है कि पकड़े गए आरोपितों के तार हरियाणा से जुड़े हुए हैं। एसटीएफ इस दिशा में जांच कर रही है। वहीं एसटीएफ की ओर से आर्मी, एसएससी व सीओडी भर्ती बोर्ड से भी संपर्क किया जा रहा है।
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