उत्तरी बाइपास पर 15 से भरिए फर्राटा, यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा; इस प्रमुख चौराहा पर कम होगा वाहनों का दबाव
आगरा में उत्तरी बाईपास का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है जिससे रैपुरा जाट से खंदौली तक का सफर आसान हो जाएगा। 400 करोड़ रुपये की लागत से बने इस 14 किमी लंबे बाईपास को 15 जुलाई से खोला जाएगा। हाईटेंशन लाइन की बाधा दूर होने के बाद यह बाईपास यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा और सिकंदरा चौराहा पर वाहनों का दबाव कम करेगा।

जागरण संवाददाता, आगरा। उत्तरी बाइपास की एक और बाधा जल्द दूर होने जा रही है। हाईटेंशन लाइन को 11 मीटर ऊंचा किया जा रहा है। यह कार्य 12 जुलाई तक पूरा हो जाएगा। 15 जुलाई से बाइपास को हल्के और भारी वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा।
नेशनल हाईवे-19 स्थित रैपुरा जाट से मिडावली हाथरस तक 14 किमी लंबा है। 400 करोड़ रुपये से बने बाइपास को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा गया है। बाइपास चालू होने से सिकंदरा चौराहा पर वाहनों का दबाव कम होगा। खंदौली पहुंचना आसान हो जाएगा।
दस साल पूर्व उत्तरी बाइपास के निर्माण का प्रस्ताव तैयार हुआ था लेकिन कार्य में देरी हो रही थी। तीन बार बाइपास के प्रस्ताव में बदलाव हुआ। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) आगरा खंड ने वर्ष 2022 में इसका निर्माण शुरू किया। मार्च 2025 तक यह कार्य पूरा होना था। मगर, इसे दो बार पहले 30 अप्रैल और फिर 31 मई कर दिया गया था।
रैपुरा जाट मथुरा से हाथरस तक 14 किमी लंबा है बाइपास
इस बीच दो जगहों पर हाईटेंशन लाइन को 11-11 मीटर ऊंचा करने की अड़चन सामने आ गई। एक लाइन को ऊंचा किया जा चुका है। दूसरी लाइन का कार्य 12 जुलाई तक पूरा हो जाएगा। एनएचएआइ टीम द्वारा सर्वे किया जाएगा। 15 जुलाई को इसे चालू किया जाएगा। परियोजना निदेशक संदीप यादव ने बताया कि नेशनल हाईवे-19 स्थित रैपुरा जाट से मिडावली हाथरस तक बाइपास का निर्माण हुआ है। रैपुरा जाट से खंदौली का सफर महज 20 मिनट में पूरा होगा। अभी इस सफर को तय करने में 40 मिनट से अधिक का समय लगता है।
400 करोड़ रुपये से हुआ निर्माण, यमुना एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा गया
बाइपास को यमुना एक्सप्रेसवे के चैनल नंबर 141 पर जोड़ा गया है। इससे हाईवे से वाहन सीधे एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकेंगे। चार अंडरपास का निर्माण किया गया है। इससे बल्देव के गांव कंजौली घाट, लालगढ़ी, बल्देव-सिकंदराबाद रोड, फरह के पास लोगों को सहूलियत मिलेगी। पोपा का बुर्ज गांव के लिए सर्विस रोड बनी है। उन्होंने बताया कि बाइपास बनने से सिकंदरा चौराहा पर वाहनों का दबाव कम होगा। साथ ही अलीगढ़ या फिर कानपुर जाने वाले वाहन सीधे गुजर सकेंगे। इससे ईंधन और समय की बचत होगी।
30 सितंबर तक चालू होगी इनर रिंग रोड के तीसरे चरण की रोड
नेशनल हाईवे-19 को ग्वालियर रोड से जोड़ने के लिए तीन चरण में इनर रिंग रोड बन रहा है। दो चरण का कार्य पूरा हो गया है। देवरी रोड से बाद गांव के मध्य आठ किमी का कार्य चल रहा है। यह कार्य 15 सितंबर तक पूरा हो जाएगा। 30 सितंबर तक रोड को चालू कर दिया जाएगा। इस रोड का निर्माण एनएचएआइ आगरा खंड द्वारा किया जा रहा है।
दो साल के बाद ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएगा। एक्सप्रेसवे को इनर रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। परियोजना निदेशक संदीप यादव ने बताया कि वर्तमान में तेजी से कार्य चल रहा है। नहर पर पुल का निर्माण किया जा रहा है।
200 मीटर नाला निर्माण का प्रस्ताव आगे बढ़ा
हाथरस रोड स्थित खंदौली कस्बा में 200 मीटर नाला न बनने से जलभराव हो रहा है। एनएचएआइ आगरा खंड ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। मलूपुर गांव के ग्रामीणों को मनाने का कार्य चल रहा है। नाला लाल मंदिर से यमुना एक्सप्रेसवे की नाली तक बनेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।