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    Agra News: आगरा में चला अभियान, चार प्रतिष्ठानों में हो रहा था बाल श्रम, बच्चे कराए गए मुक्त

    By Sandeep KumarEdited By: Prateek Gupta
    Updated: Thu, 10 Nov 2022 01:32 PM (IST)

    Agra News जिले के विभिन्न स्थानों पर चलाए गए आभियान में अभियान चार प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया तो वहां पांच बाल श्रमिक कार्यरत मिले। विभाग ने उन बाल श्रमिकों को बाल श्रम से मुक्त कराया है। सेवायाेजकाें के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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    Agra News: आगरा में एक दुकान पर बाल श्रमिक मिलने पर कार्रवाईकरती श्रम विभाग की टीम।

    आगरा, जागरण संवाददाता। बाल श्रम रोकने के लिए श्रम विभाग ने कवायद तेज कर दी है। विभाग ने शहर में विशेष आभियान चलाकर चार प्रतिष्ठानों से पांच बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। साथ ही उनके सेवायोजकों के खिलाफ विधिक कार्रवाई भी की। सहायक श्रमायुक्त पल्लवी अग्रवाल ने बताया कि श्रम आयुक्त के निर्देश पर प्रदेश भर में यह अभियान चलाया जा रहा है। आगरा में उप श्रम आयुक्त आगरा मंडल के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया। इसमें श्रम विभाग के साथ एएचटीयू और चाइल्ड लाइन की टीम भी मौजूद थी। जिले के विभिन्न स्थानों पर चलाए गए आभियान में अभियान चार प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया, तो वहां पांच बाल श्रमिक कार्यरत मिले। विभाग ने उन बाल श्रमिकों को बाल श्रम से मुक्त कराया गया।

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    सेवायोजकों पर कार्रवाई

    बाल श्रम ना कराने को लेकर सेवायोजकों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं, बावजूद इसके कुछ सेवायोजक इस पर रोक नहीं लगा रहे। कार्रवाई के दौरान प्रतिष्ठानों में बाल श्रमिक पाए जाने पर उनके सेवायोजकों के विरूद्ध विधिक कार्रवाई की गई, जिसमें 20 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाने के साथ उनके खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया गया।

    आगे भी होगी कार्रवाई

    कार्रवाई प्रदेश श्रम आयुक्त के आदेश पर उप श्रमायुक्त दीप्ति मान भट्ट के मार्गदर्शन में हुई। श्रम प्रवर्तन अधिकारी राम आशीष, एसबी सरोज, प्रवीन चन्द दत्त, छत्रसाल बरनवाल शामिल रहे। उन्होंने बताया कि ऐसे मामलों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।

    अभिभावकों को करेंगे जागरूक

    अभियान के अन्तर्गत चिह्नित बाल श्रमिकों का आयु परीक्षण मुख्य चिकित्साधिकारी द्धारा कराकर बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति के निर्देशानुसार बाल श्रमिकों को उनके माता-पिता व अभिभावकों को सुपुर्द करने की कार्यवाही की गई, साथ ही उन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई, जिससे उन्हें उनका लाभ दिलाया जा सके।