Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चेकिंग के दौरान चौकी इंचार्ज ने जूनियर डॉक्टर को जड़ा थप्पड़, इमरजेंसी में एक घंटे ठप रहा इलाज

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 06:33 AM (IST)

    आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में चेकिंग के दौरान जूनियर डॉक्टर और चौकी इंचार्ज के बीच विवाद हो गया। जूनियर डॉक्टरों ने थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव किया और इमरजेंसी सेवाएं बाधित कर दीं। बाद में चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर करने पर डॉक्टर शांत हुए और काम पर लौट गए जिससे मरीजों को राहत मिली।

    Hero Image
    चेकिंग के दौरान चौकी इंचार्ज ने जूनियर डाक्टर के जड़ा थप्पड़।

    जागरण संवाददाता, आगरा। एसएन मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टर का रविवार को चेकिंग के दौरान रोकने पर चौकी इंचार्ज से विवाद हो गया। जूनियर डाक्टर ने थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए साथी जूनियर डाक्टरों का बुला लिया।

    आक्रोशित जूनियर डाक्टरों ने थाना एमएम गेट का घेराव किया। इसके बाद इमरजेंसी में इलाज बंद कर दिया और इमरजेंसी के गेट पर प्रदर्शन करने लगे। थाना एमएम गेट के डिवीजन चौकी इंचार्ज अंकुर राठी को लाइन हाजिर करने पर जूनियर डाक्टर शांत हुए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एसएन मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग के जूनियर डाक्टर रविवार शाम 6. 30 बजे इमरजेंसी में ड्यूटी कर बुलट से नूरी दरवाजा होते हुए हास्टल आ रहे थे। हेलमेट नहीं पहने थे, नूरी दरवाजा मार्ग पर पुरानी इमरजेंसी के सामने पुलिस चेकिंग कर रही थी, पुलिस ने बुलट रोकने के लिए कहा लेकिन कुछ दूरी पर जाकर बुलट रोकी।

    डिवीजन चौकी इंचार्ज अंकुर राठी दौड़ते हुए उनके पास पहुंचे, आरोप है कि उन्होंने अभद्रता की, थप्पड़ जड़ दिया। उन्होंने अपने साथियों को बुला लिया। जूनियर डाक्टर थाना एमएम गेट पहुंच गए, यहां जूनियर डाक्टर और पुलिस कर्मियों के बीच नोकझोक हुई। एक दूसरे पर आरोप लगाए। काफी देर तक हंगामा चलता रहा, प्राचार्य डा प्रशांत गुप्ता ने जूनियर डाक्टर और एसओ एमएम गेट अजब सिंह के साथ वार्ता।

    उधर, आक्रोशित जूनियर डाक्टरों ने रात नौ बजे इमरजेंसी में इलाज ठप कर दिया। इमरजेंसी के गेट पर पुलिस प्रशासन हाय हाय के पोस्टर लेकर प्रदर्शन करने लगे। नए मरीज भर्ती करने से इन्कार कर दिया, चौकी इंचार्ज को निलंबित करने की मांग करते हुए इमरजेंसी के गेट पर प्रदर्शन करने लगे।

    डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर चौकी इंचार्ज अंकुर राठी को लाइन हाजिर कर दिया है। रात 10 बजे प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता सर्जरी सहित अन्य विभागों के अध्यक्षों के साथ इमरजेंसी पर पहुंचकर जूनियर डाक्टरों को चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर करने की जानकारी दी, इसके बाद जूनियर डाक्टर काम पर लौट गए।

    जूनियर डाक्टरों में अभद्रता से आक्रोश

    साथी जूनियर डाक्टर के थप्पड़ जड़ने से आक्रोश है। प्राचार्य और विभागाध्यक्षों के समझाने पर इमरजेंसी में जूनियर डाक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया। मगर, वे चौकी इंचार्ज को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं, सोमवार को जूनियर डाक्टर बैठक करने की तैयारी में जुटे हैं। जिससे आगे की रणनीति बनाई जा सके।

    दहशत में आए मरीज और तीमारदार

    इमरजेंसी में इलाज बंद कर जूनियर डाक्टरों के प्रदर्शन करने से मरीज और तीमारदार दहशत में आ गए। जूनियर डाक्टरों ने इमरजेंसी का गेट बंद कर दिया और नए मरीजों को भर्ती नहीं करने दिया। इस दौरान एंबुलेंस से आए कुछ मरीजों को तीमारदार दूसरे अस्पताल में ले गए। वहीं कुछ मरीजों को एंबुलेंस में लेकर बाहर ही खड़े रहे। हड़ताल खत्म होने के बाद वे इमरजेंसी में लेकर पहुंचे।