नकली दवा मामला...पुडुचेरी की बंद फैक्ट्री पर छापा, CDSCO ने पकड़ीं दो करोड़ की दवाएं
आगरा में नकली दवा सिंडिकेट के सरगना ए राजा की मीनाक्षी फार्मा पर सीडीएससीओ और पुडुचेरी औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने छापा मारा। टीम ने मेट्टुपालयम स्थित एक बंद फैक्ट्री से करोड़ों की दवाएं जब्त की हैं। ए राजा की कई फैक्ट्रियां हैं जिनकी तलाश जारी है। आगरा में नकली दवाएं ट्रेन से सप्लाई हो रही थीं जो लखनऊ कानपुर दिल्ली और बिहार तक भेजी जा रही थीं।

जागरण संवाददाता, आगरा : नकली दवा सिंडिकेट को पुडुचेरी से संचालित कर रहे दवा माफिया ए राजा की मीनाक्षी फार्मा पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और पुडुचेरी के औषधि नियंत्रण विभाग की संयुक्त टीम ने छापा मारा। टीम ने पुडुचेरी की मेट्टुपालयम स्थित बंद फैक्ट्री से दो करोड़ की दवाएं और उपकरण जब्त किए हैं। पुडुचेरी के दवा माफिया ए राजा की कई फैक्ट्री संचालित हैं, इन फैक्ट्री और फर्म का स्थानीय औषधि विभाग और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम भी पता लगाने में जुटी है।
औषधि विभाग और एसटीएफ की टीम ने 22 से 31 अगस्त तक मां मेडिको, श्री राधे मेडिकल एजेंसी, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडि प्वाइंट और ताज मेडिको पर छापा मारा था। इन फर्म से नकली दवाएं जब्त की गईं थी, ये दवाएं पुडुचेरी के दवा माफिया ए राजा की फर्म मीनाक्षी फार्मा और श्री अमान फार्मा द्वारा सप्लाई की गईं थी।
आगरा ट्रेन से सप्लाई की जा रहीं थी दवाएं
10 लाख के बिल पर 80 लाख की दवाएं पुडुचेरी से चेन्नई होते हुए आगरा ट्रेन से सप्लाई की जा रहीं थी, यहां से इन दवाओं को लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़ के साथ ही दिल्ली, बिहार सहित 12 राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था। सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय ने बताया कि सीडीएसओ और पुडुचेरी के औषधि नियंत्रण विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार और बुधवार को मेट्टुपालयम के औद्योगिक क्षेत्र स्थित मीनाक्षी फार्मा पर छापा मारा।
फर्म के साथ ही फैक्ट्री भी संचालित हो रही थी और कई महीने से बंद थी, टीम ने फैक्ट्री से खाली कैप्सूल, टैबलेट और पैकिंग सामग्री जब्त की हैं। मल्टी विटामिन के कैप्सूल भी मिले हैं। कैप्सूल पर वीरनपेट्टई, पुडुचेरी और चेन्नई की फर्म का नाम दर्ज मिला है, जबकि टैबलेट, एल्युमीनियम फाइल और कार्टन बाक्स जैसी पैकेजिंग सामग्री के साथ, विल्लुपुरम की कंपनी का नाम दर्ज मिला लेकिन ये फैक्ट्री भी बंद हैं।
ए राजा की फैक्ट्री से जुड़े तार
उधर, औषधि विभाग और एसटीएफ की टीम द्वारा की जा रही जांच में सामने आया है कि पुडुचेरी में ए राजा की कई फैक्ट्री हैं, हर छह महीने से एक वर्ष में फैक्ट्री का स्थान बदल देता है। नेटवर्क इतना मजबूत है कि छापा पड़ने से पहले उसे जानकारी मिल जाती है इसलिए उसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।
पुडुचेरी में हुई कार्रवाई को स्थानीय टीम छापे के नाम पर खानापूर्ति मान रही है जबकि स्थानीय औषधि विभाग की टीम ने ए राजा को वाट्स एप पर बंसल मेडिकल एजेंसी के संचालक संजय बंसल के भतीजे सोहित बंसल द्वारा पिछले डेढ़ वर्ष से आडर दिए जा रहे थे और 10 करोड़ की दवाएं बिल से मंगाने के सुबूत भी मिले थे।
लखनऊ की फर्म ने 14 लाख की दवाएं लौटाईं
औषधि विभाग की टीम ने हे मां मेडिको मोती कटरा से 23 अगस्त को 2 .20 करोड़ रुपये की नकली ऐलेग्रा और रोसुवास टैबलेट जब्त की थीं। हे मां मेडिको से आर्डर पर 21 अगस्त को लखनऊ की सुकमणि फार्मा को दवाएं सप्लाई की गईं थी, छापे में हे मां मेडिको से नकली दवा पकड़े जाने के बाद सुकमणि फार्मा ने दवाएं नहीं लीं और झांसी गोल्डन ट्रांसपोर्ट, थाना छत्ता से दवाएं लौटा दीं।
औषधि निरीक्षक कपिल शर्मा बुधवार को ट्रांसपोर्ट कंपनी पहुंचे, नौ कार्टन में कालेस्ट्राल की दवा रोसुवास, एंटी एलर्जिक दवा ऐलेग्रा एम, के साथ ही एसिडिटी सहित नौ तरह की दवाएं थीं। इन दवाओं की कीमत 14. 22 लाख रुपये है इन कार्टन को ट्रांसपोर्ट कंपनी पर ही रखवा दिया गया है, कोर्ट के आदेश के बाद नमूने लिए जाएंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।