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    डायलिसिस असिस्टेंट पैसे लेकर बना रहा सेना और पुलिस भर्ती के लिए युवाओं के मेडिकल

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 11:51 PM (IST)

    आगरा में सेना और पुलिस भर्ती के नाम पर युवाओं को ठगने वाले एक फर्जी मेडिकल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रोहता स्थित एसएस चाहर प्री मेडिकल सेंटर पर छापा मारा जहां कई राज्यों के युवा मेडिकल जांच कराते हुए मिले। सेंटर संचालक जो खुद को डायलिसिस असिस्टेंट बताता है युवाओं से अवैध रूप से पैसे वसूल रहा था।

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    डायलिसिस असिस्टेंट बना रहा सेना और पुलिस भर्ती के लिए युवाओं के मेडिकल। (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, आगरा । सेना और पुलिस भर्ती में शामिल होने वाले युवाओं का मेडिकल करने और कमी मिलने पर आपरेशन कर उसे ठीक करने का दावा कर संचालित हो रहे एसएस चाहर प्री मेडिकल सेंटर, रोहता पर स्वाथ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। यहां कई राज्यों के युवा मिले जो सेना और पुलिस भर्ती में शामिल हुए थे।

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    कान के पर्दे में कमी सहित अन्य कमियों के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर डायलिसिस असिस्टेंट आपरेशन करता था, दो दिन तक जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तहरीर दी है।

    सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि रोहता में एसएस चाहर प्री मेडिकल सेंटर, रोहता में सेना और पुलिस भर्ती में शामिल होने वाले युवाओं के मेडिकल करने की शिकायत मिली थी, एसीएमओ डा. सुशील कुमार ने सोमवार को सेंटर पर छापा मारा। सेंटर पर एटा, हाथरस, मैनपुरी के साथ ही हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान सहित कई राज्यों के 40 से 50 युवा और उनके स्वजन मिले।

    सेंटर में आंखों की रोशनी की जांच

    सेंटर में आंखों की रोशनी की जांच, कान के पर्दे की जांच के उपकरण और आपरेशन थिएटर भी संचालित मिला। सेंटर पर कोई डाक्टर नहीं था, संचालक सोहन सिंह अपने साथी अंकुश कुमार, रजत कुमार के साथ सेंटर संचालित कर रहा था, संचालक कोई पंजीकरण भी नहीं दिखा सके। पूछताछ में खुद को डायलिसिस असिस्टेंट बताया।

    इनके द्वारा सेना और पुलिस भर्ती में शामिल होने वाले और सेना और पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं का आंखों की रोशनी, कान के पर्दे सहित अन्य जांच कर मेडिकल करने और कमी मिलने पर दवा और आपरेशन से इलाज करने के नाम पर 200 से 1500 रुपये वसूले जा रहे थे। सेंटर से एक रजिस्ट्रर भी मिला, जिसमें बड़ी संख्या में मेडिकल कराने वालों के नाम लिखे हुए थे।

    युवाओं से लाखों रुपये की वसूली की जा चुकी है। मेडिकल किस डाक्टर से कराया जाता था इस बारे में भी कुछ नहीं बताया है। संचालक सोहन सिंह, अंकुश कुमार, रजत कुमार सहित अन्य साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने के लिए थाना मलपुरा में तहरीर दी है।

    बोर्ड पर लिखे डाक्टरों के नाम, सेंटर में मिले बेड

    एसएस चाहर प्री मेडिकल सेंटर के बोर्ड पर डा मुदित गुप्ता, डा शावेज खान का नाम लिखा हुआ है, छह बेड पड़े हुए थे। एक बडे हाल में बैठने के लिए कुर्सियां पड़ी हुईं थी। फौजी के सेंटर के नाम से लोग इसे जानते हैं।

    यूट्यब चैनल से जाल में फंसाए जा रहे युवा

    संचालकों ने यूट्यूब चैनल भी बना रखा था, इस चैनल के माध्यम से खुद को इंडिया का नंबर वन प्री मेडिकल क्लीनिक बताते हुए युवाओं को जाल में फंसाया जा रहा था। इसमें सेना और पुलिस में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का पूरा मेडिकल कराने और कमी मिलने पर दवा और आपरेशन से इलाज कराने का दावा किया जा रहा था।

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