सिफारिश करने चौकी गए भाजयुमो कार्यकर्ता को दी थर्ड डिग्री, दारोगा पर कार्रवाई की मांग
आगरा के जगदीशपुरा में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता सचिन प्रधान ने दरोगा प्रमोद यादव पर मारपीट और लूट का झूठा मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया है। सचिन का कहना है कि वह एक परिचित के कार मामले में सिफारिश करने गए थे लेकिन दरोगा ने उनके साथ बदसलूकी की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

जागरण संवाददाता,आगरा । जगदीशपुरा थाना की सेक्टर चार पुलिस चौकी पर सिफारिश करने गए भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता को थर्ड डिग्री देने और लूट का फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगा है। इंटरनेट मीडिया पर कार्यकर्ता की चोटिल अवस्था में तस्वीरें प्रसारित कर आरोपित दारोगा पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। भाजयुमो के द्वारा मामला प्रदेश अध्यक्ष के संज्ञान में लाया गया है। वहीं प्रकरण में पुलिस मारपीट से इंकार कर रही है।
पीड़ित सचिन प्रधान ने बताया कि वह भाजपा युवा मोर्चा की महानगर कार्यकारिणी ने सदस्य हैं। उनके परिचित दीपक ने कोलक्खा रोड के मनोज कुमार से कार खरीदने का अनुबंध चार लाख रुपये देकर किया था।
कार की किस्तें जमा होने के बाद मनोज को शेष रकम देकर आरसी ट्रांसफर करानी थी। मनोज ने साठगांठ कर आवास विकास सेक्टर चार चौकी पर सेटिंग की। दरोगा प्रमोद यादव ने कार रुकवाई और उसे लावारिस दिखा कर दाखिल कर दी। जब 26 अगस्त को कार को रिलीज किया जाने लगा तो वह चौकी पर बात करने गए।
कार छीनने का आरोप
इसी दौरान उनके मित्र दीपक ने रास्ते में किसी जगह मनोज को रोक कर कार छीन ली।इसके बाद दरोगा प्रमोद यादव ने सपा की मानसिकता दिखाते हुए उनके साथ हद दर्जे की बदसलूकी की। भाजपा के लिए गंदी - गालियां देकर सारी नेतागिरी निकालने की धमकी दी। थाने ले जाकर बंद करवा दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आने पर उन्हें छोड़ा गया।
वहीं पूरे प्रकरण पर इंस्पेक्टर जगदीशपुरा प्रदीप कुमार ने बताया कि सचिन प्रधान पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मारपीट की बात सत्य नहीं है। इंटरनेट पर प्रसारित पोस्ट की उन्हें जानकारी नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष से की शिकायत
प्रकरण पर भाजयुमो महानगर अध्यक्ष ने बताया कि कार्यकर्ता सचिन वाजिब सिफारिश के लिए गए थे। जिस समय कार छीनी गई,सचिन चौकी पर ही थे। इसके बाद भी जानबूझकर उन्हें मुकदमा में आरोपित बनाया गया। जिस व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया उसके खुद के नाम बेलेबल वारंट इश्यू हैं।
वह कई अन्य के साथ इसी तरह की घटना का कर चुका है। जब उन्होंने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की तो सचिन को छोड़ा गया। विवेचना कर रहे अन्य दारोगा पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। सपा की मानसिकता से ठेका लेकर कार बंद करने और पार्टी के लिए अपशब्द बोलने वाले पर कार्रवाई नहीं की गई।
पूरी घटना से महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता जी को अवगत कराया है। सोमवार को लखनऊ जाकर सभी साक्ष्य के साथ प्रदेश अध्यक्ष को शिकायत दी जाएगी। कार्यकर्ता और पार्टी का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा।
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