Updated: Fri, 19 Sep 2025 04:39 AM (IST)
औरैया पुलिस ने पूर्वा रावत से 65 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक इस्लाम गाजी को गिरफ्तार किया है जिसे कोर्ट ने इटावा जेल भेज दिया। उस पर अवैध रूप से भारत में रहने का आरोप है। पुलिस उसके मोबाइल फोन की जांच कर रही है और उसकी बेटी व दामाद के बारे में पता लगा रही है जो ताजगंज में रहते हैं। वह दलालों के माध्यम से भारत आया था।
जागरण टीम, आगरा। औरैया के सहारा थाना क्षेत्र में बेला मार्ग स्थित गांव पूर्वा रावत से बुधवार देर शाम गिरफ्तार किए गए 65 वर्षीय बांग्लादेशी इस्लाम गाजी को पुलिस ने गुरुवार दोपहर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे इटावा जेल भेजा गया। अवैध तरीके से ठहरे आरोपित के पास से मिले मोबाइल फोन की काल डिटेल व सीडीआर जांची जा रही है। औरैया पुलिस बेटी-दामाद के बारे में पता लगा रही है।
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सहार निवासी अश्वनी कुमार ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर बीते जून माह में शिकायत की थी। आरोप था कि पूर्वा रावत में राम नगर रोड पर करीब 40 बांग्लादेशी रहते हैं। कहा था कि सभी के पास आधार कार्ड भी है। जिसमें एक नेता के संरक्षण से उन लोगों को तीन आवास भी मिले हैं।
मामले में जब पुलिस ने जांच की तो सामने आया था कि ये 50 साल से रह रहे हैं और घूम-घूमकर मांग कर खाते हैं। उन्होंने प्रशासन से मामले की दोबारा जांच को कहा है। वहीं औरैया के सहार थानाध्यक्ष रमेश सिंह बुधवार देर शाम कबाड़ी की दुकान से बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपना नाम 65 वर्षीय इस्लाम गाजी पुत्र शौरियातुल्ला ग्राम दामोदर तहसील फुलथला जनपद खुलना बांग्लादेश बताया।
ताजगंज के कलाल खेरिया गांव में उसकी बेटी और दामाद रहते हैं। करीब चार महीने पहले उसका दामाद उसे सहार के गांव पुरवा रावत एक कबाड़ी की दुकान में छोड़ गया था। उसने एक जनसेवा केंद्र से 31 जुलाई को बेटी के खाते में रुपये ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की। विदेशी अधिनियम की धारा-14 के तहत उसे जेल भेजा गया।
दलालों के माध्यम से आया था भारत
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह डेढ़ साल पहले दलालों के माध्यम से रुपये देकर बेटी के पास आया था। कुछ दिन वह धौलपुर में भी रहा। उसकी बेटी 15 साल पहले आगरा के युवक के साथ आ गई थी। पुलिस उसके खातों की जांच कर रही है। पुलिस ने जनसेवा केंद्र संचालक और दुकानदार आदिल से पूछताछ की तो सेवाकेंद्र संचालक ने कहा कि बांग्लादेशी ने रुपये भेजने के लिए कहा था। दुकानदार आदिल ने कहा कि वह नहीं जानता था कि बांग्लादेशी है।
कमाल खेरिया में रहते हैं बेटी-दामाद
गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी ने 30 वर्षीय बेटी शरमीन उर्फ रानी व दामाद राजा उर्फ़ रतन खटीक के ताजगंज के गांव कलाल खेरिया में रहने की जानकारी दी। हालांकि बताए गए गांव में उसकी बेटी और दामाद के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी। स्थानीय पुलिस को भी इस बारे में जानकारी नहीं है। इंस्पेक्टर ताजगंज जसवीर सिंह सिरोही ने औरैया पुलिस से जानकारी मिलने की बात से इन्कार किया है।
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