Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आगरा की आरती बनीं CISF में कांस्टेबल, PM Modi के रोजगार मेले में जुड़ीं आज, सफलता की लिखी इस तरह इबारत

    By Prabhjot KaurEdited By: Prateek Gupta
    Updated: Tue, 22 Nov 2022 11:21 AM (IST)

    Agra News नन्हीं आंखों के सपने को मां की मेहनत ने किया पूरा। आगरा के बैग कारीगर की बेटी बनी सीआइएसएफ में कांस्टेबल। संस्था यस वी कैन ने की सपने को पूरा करने में मदद। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम से वर्चुअल रूप से जुड़कर लिया भाग।

    Hero Image
    Agra News: सीआइएसएफ में कांस्टेबल पद पर चयनित आरती, माता−पिता के साथ।

    आगरा, जागरण संवाददाता। नन्हीं आंखों ने देश सेवा का सपना देखा, जिसे मां की मेहनत और पिता के आशीर्वाद ने पूरा कर दिया। आगरा में सेवला के नंदपुरा की आरती आजाद सीआइएसएफ में कांस्टेबल बन गई हैं। मंगलवार सुबह आरती प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रोजगार मेले कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से जुड़ीं। पीएम मोदी ने युवाओं को प्रेरित किया। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ये भी पढ़ेंः महादेव की नगरी में वानर सेना का उत्पात, बटेश्वर जा रहे हैं तो रहें जरा संभलकर

    आर्थिक स्थिति ज्यादा मजबूत नहीं

    आरती के पिता दिनेश बैग बनाने का काम करते हैं। मां अनिता संस्था यस वी कैन से जुड़ी हैं और बस्तियों में जाकर बच्चों को पढ़ाती हैं। आरती बचपन से ही आर्मी में जाना चाहती थी। नैनाना जाट के जीजीआइसी से 12वीं करने के बाद आरती ने आगरा कालेज से स्नातक किया और उसके बाद आर्मी में जाने की ट्रेनिंग शुरू कर दी। इस काम में संस्था यस वी कैन ने सहयोग किया और ट्रेनर उपलब्ध करवाया। इसी साल नवंबर में आरती का सीआइएसएफ में कांस्टेबल के रूप में चयन हुआ। आरती की मां अनिता ने बताया कि आरती बचपन से ही होशियार ही है। जो ठान लेती है,उसे पाने के लिए पूरी मेहनत करती है।

    विपरीत हालात में भी डटी रही

    संस्था की संस्थापक प्रीति फौजदार ने बताया कि आरती के सपनों को पूरा करने में उसकी मां अनिता का बहुत सहयोग रहा है। अनिता ने अपनी बेटी के सपने को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत की। आरती जब परीक्षा देने जा रही थी, तब उसकी मां और भाई का एक्सीडेंट हुआ। उन्हें संस्था ने अस्पताल में भर्ती कराया और आरती को केंद्र तक पहुंचाया। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद दिल्ली में शारीरिक परीक्षण हुआ और रामपुर में मेडिकल हुआ।

    संस्था ने पिछले छह सालों में 450 बच्चों का सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में प्रवेश करवाया है। राइट टू एजुकेशन के तहत 18 प्रवेश भी कराए हैं। संस्था बाल मजदूर बच्चों को शिक्षित करने का कार्य करती है। मंगलवार सुबह आरती प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रोजगार मेला कार्यक्रम से साइबर कैफे में जाकर वर्चुअल रूप से जुड़ीं और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की बाताें को काफी प्रेरणादायक बताया।